Edited By ,Updated: 14 Apr, 2015 08:48 PM
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद को परमाणु प्रसार के समान ही ‘‘संवेदनशीलता’’ के साथ लिए जाने का आह्वान करते हुए...
बर्लिन: अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद को परमाणु प्रसार के समान ही ‘‘संवेदनशीलता’’ के साथ लिए जाने का आह्वान करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज परोक्ष रूप से पाकिस्तान की आेर इशारा किया और कहा कि विश्व को आतंकवादियों को शरण देने वाले देशों पर सामूहिक रूप से दबाव बनाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र में लंबित ‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर समग्र समझौते’’ (सीसीआईटी) को इस वर्ष विश्व संगठन की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर अंतिम रूप दिए जाने की भी पुरजोर वकालत की। सीसीआईटी का मकसद अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से मुकाबले के लिए सहयोग को मजबूती प्रदान करना है।
जर्मन चांसलर एंजला मर्केल के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने आतंकवाद को ‘‘मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा’’ बताया और कहा कि मानवता में विश्वास रखने वाले सभी पक्षों को एक आवाज में बोलना चाहिए और इससे निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों को तेज करना चाहिए। दोनों नेताआें ने इससे पूर्व आतंकवाद के खतरे पर चर्चा की।