Edited By ,Updated: 08 May, 2015 05:44 PM
लंदन से हांगकांग जाने के लिए प्लेन में सवार हुई एक महिला को 11 घंटे का सफर खड़े होकर तय करना पड़ा। इसकी वजह है महिला का मोटापा।
बीजिंग: लंदन से हांगकांग जाने के लिए प्लेन में सवार हुई एक महिला को 11 घंटे का सफर खड़े होकर तय करना पड़ा। इसकी वजह है महिला का मोटापा। दरअसल, 43 वर्षीय ब्रिटिश महिला शेरॉन प्लेन में सवार हुई, तो उसका भारी-भरकम शरीर सीट्स में एडजस्ट नहीं हो पाया। उसे यह डर भी था कि कहीं अगली सीट पर बैठी महिला यात्री को नुकसान न पहुंच जाए।
शेरॉन के लिए यह अनुभव शर्मिंदा करने वाला रहा। उसने इस यात्रा के बाद अपना वजन कम करने का फैसला लिया। उसने हाई-फ्लाइंग जॉब को छोड़ फ्रीलांस डिजाइनर के तौर पर काम शुरू किया, ताकि उसे ज्यादा से ज्यादा चलना-फिरना पड़े। साथ ही उसने रेगुलर वॉक के लिए भी समय निकाला और यह उसकी मेहनते का ही नतीजा है कि एक साल में उसने लगभग 64 किलो वजन कम कर लिया। यानी उसका वजन 125 किलो से घटकर 61 किलो रह गया है।
शेरॉन कहती है 2012 की उस प्लेन यात्रा में मुझे लगा था कि मुझे जबर्दस्ती सीट में घुसा दिया गया, जो मेरे लिए असहज था। अंतत: मैं आईपॉड लेकर खड़ी हो गई थी और पूरा सफर खड़े होकर ही तय किया। फ्लाइट अटेंडेंट ने मुझे वह सीट भी दी थी जो वह टेकऑफ के दौरान उपयोग करती थी। लेकिन लंबे-चौड़े जेट में खड़े होने की पर्याप्त जगह होती है इसलिए मैंने खड़े रहना ही तय किया। उसी का परिणाम है कि आज मैं बिल्कुल बेफिक्र होकर यात्रा कर पा रही हूं।