Edited By ,Updated: 25 May, 2015 05:47 AM
चीन ने लगातार हिंसक हमलों के बाद अपने अशांत पश्चिमी क्षेत्र में स्थित शिंजियांग प्रांत में सक्रिय 181 विद्रोही सगठनों के खिलाफ शिकंजा कस दिया है।
बीजिंगः चीन ने लगातार हिंसक हमलों के बाद अपने अशांत पश्चिमी क्षेत्र में स्थित शिंजियांग प्रांत में सक्रिय 181 विद्रोही सगठनों के खिलाफ शिकंजा कस दिया है।
चीन की सरकारी संवाद समिति शिंहुआ ने आज यह जानकारी दी। जानकारी में बताया गया कि पिछले साल मई में क्षेत्रीय राजधानी उरूमकी में एक बाजार में हुए आत्मघाती हमले में 39 लोगों के मारे जाने के बाद सरकार ने विद्रोही संगठनों के दमन की प्रक्रिया तेज की। इसी के बाद शिंजियांग में पुलिस ने कई विद्रोही संगठनों का भंडाफोड़ किया और 112 संदिग्ध विद्रोहियों ने शिंजियांग की पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया।
चीनी प्रशासन शिंजियांग प्रांत में एक अलग देश "पूर्वी तुर्किस्तान’’ की स्थापना के प्रयासों में लंबे समय से लगे विद्रोही संगठनों को जड़ से उखाड़ फेंकने की कोशिशों में लगा है। एक ओर इस प्रांत के जातीय संगठन उईघर से जुडे संगठन और दूसरे मानवाधिकार संगठन चीन की सरकार पर यह आरोप लगाते रहे हैं कि उसकी दमनकारी नीतियों के कारण ही यह हिंसक संघर्ष शुरू हुआ है जबकि दूसरी ओर चीन की सरकार इन आरोपों को हमेशा खारिज करती रही है।
विश्लेषकों का भी यह मानना रहा है कि देश में हुए आर्थिक विकास का ज्यादातर फायदा यहां के सबसे बडे जातीय समुदाय हान को हुआ है जबकि दूसरी ओर उईघर समुदाय के लोग इससे लगभग वंचित ही रहे हैं।