Edited By ,Updated: 20 Jul, 2015 01:54 PM
दुनिया की सबसे खतरनाक आतंकी संगठन आईएसआईएस बच्चों को गला काटने की ट्रेनिंग दे रहा है। इराक की यजीदी कम्युनिटी से अगवा लोगों के ग्रुप में रह चुके एक 14 वर्षीय बच्चे याहया ने बताया कि आईएसआईएस के ट्रेनर 'बिहेडिंग ट्रेनिंग' के लिए बच्चों से गुडिय़ा का...
बगदाद: दुनिया की सबसे खतरनाक आतंकी संगठन आईएसआईएस बच्चों को गला काटने की ट्रेनिंग दे रहा है। इराक की यजीदी कम्युनिटी से अगवा लोगों के ग्रुप में रह चुके एक 14 वर्षीय बच्चे याहया ने बताया कि आईएसआईएस के ट्रेनर 'बिहेडिंग ट्रेनिंग' के लिए बच्चों से गुडिय़ा का गला कटवा रहे हैं।
बच्चे ने बताया कि कैंप में आतंकियों ने 120 से ज्यादा बच्चों को गुडिय़ा देकर उसका गला काटने को कहा। उसने बताया कि शुरुआत में वह सही ढंग से गला नहीं काट पाया, तो उससे तीन-चार बार यह करवाया गया। आतंकियों ने याहया को अगवा करके बंधक बना रखा था। उनके चंगुल से भागने के बाद वो इराक के दोहुक में अपने अंकल के साथ रह रहा है। पिछले हफ्ते उसने न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस को दिए इंटरव्यू में यह बताया। याहया के अनुसार, उसे और अन्य बच्चों को रक्का स्थित 'फारूक इंस्टीट्यूट्स फॉर कब्स' ले जाया गया था। उनके कुर्दिश नामों को बदलकर अरबी कर दिया गया।
उसने बताया, "उन्होंने मुझे सिखाया कि चाकू कैसे पकडऩा है और कैसे वार करना है। गुडिय़ा देकर उन्होंने कहा कि इसके सिर को काफिर का सिर समझो।"इस याहया और उसके परिवार को पिछले साल उत्तरी इराक के सुलाघ से बंधक बनाया गया था। उन्हें सीरिया ले जाया गया, जहां उसे और उसके भाई को परिवार से अलग कर दिया गया। याहया ने करीब पांच महीने ट्रेनिंग कैंप में बिताए। उन्हें दिन में 10 घंटे तक ट्रेनिंग दी जाती थी, जिसमें दौडऩा, एक्सरसाइज, कुरान पढऩा और हथियार चलाना शामिल था।
उसने बताया कि ट्रेनिंग के दौरान बच्चों को एक-दूसरे को मारना भी पड़ता था। एक बार उसे अपने 10 वर्षीय भाई को मारने का आदेश दिया गया, जिसमें उसका दांत टूट गया था। याहया ने बताया, "मुझसे जबरदस्ती ऐसा करवाया गया। मुझसे कहा गया कि अगर मैनें ऐसा नहीं किया तो मुझे गोली मार दी जाएगी।"