Edited By ,Updated: 12 Aug, 2015 05:54 PM
इग्लैंड के लिंकनशायर में एक अस्पताल में जब बिना जननांगो वाले बच्चे का जन्म हुआ, तो सभी की हैरानी की सीमा ना रही।
नई दिल्ली: इग्लैंड के लिंकनशायर में एक अस्पताल में जब बिना जननांगो वाले बच्चे का जन्म हुआ, तो सभी की हैरानी की सीमा ना रही। आज वहीं, बच्चा 27 साल का हो गया, लेकिन उसके जन्म की दास्तां बेहद आश्चर्यजनक है।
दरअसल, जो होलिडे नाम के इस शख्स का जन्म जनवरी 1988 में एक बड़ी ही दुर्लभ अवस्था में हुआ था। उसके देखकर उसके माता-पिता सदमे में आ गए थे। उनकी मां ने डॉक्टर से बच्चे की पहचान के बारे में जानना चाहा तो डॉक्टर भी इसका जवाब नहीं दे सके कि वह लड़का है या लड़की। गुस्से में उसकी मां डॉक्टर पर भड़क उठी। जो की इस स्थिति को ‘क्लोकल एक्सट्रोफी’ कहा जाता था। चार लाख लोगों में से एक केस ऐसा पाया जाता है, जिसमें बच्चा गर्भ में ही अविकसित रह जाता है।
जो का परिवार लिंकनशायर के पास के एक गांव में रहता था। उसने बताया कि उनकी मां ने मदद के लिए बड़ी हस्तियों को पत्र लिखे, उनमें से एक राजकुमारी डायना के पास भी गया। वह हैरान रह गए, जब राजकुमारी के सचिव का उन्हें जवाब आया। जो का बचपन भी परेशानी से भरा रहा। दूसरे बच्चे उसे चिढ़ाते और कभी तो उसे घेरकर उसकी स्कर्ट ही खींच देते। लेकिन आखिर 9 साल बाद वर्ष 1998 में वकीलों की कोशिशों और लोगों के समर्थन से उसे अपने जन्म प्रमाण पत्र में परिवर्तन की अनुमति मिल गई और अब वह अपनी जिंदगी अपने तरीके से जी रहे है।