Edited By Tanuja,Updated: 08 Apr, 2018 02:00 PM
सीरिया में विद्रोहियों का गढ़ समझे जाने वाले पूर्वी घोउटा में हुए हवाई हमले में कम से कम 70 नागिरकों की मौत हो गई व पूर्वी घोउटा के दोउमा में 11 लोग सांस लेने की समस्या से ग्रसित हैं। मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है...
मोसुलः सीरिया में विद्रोहियों का गढ़ समझे जाने वाले पूर्वी घोउटा में हुए संदिग्ध रासायनिक हमले में कम से कम 70 नागिरकों की मौत हो गई व 11 लोग सांस लेने की समस्या से ग्रसित हैं। मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।चिकित्सकों और बचाव कर्मियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
दोउमा पर कब्जा जमाने वाले इस्लामी ग्रुप जैश अल-इस्लाम के साथ रूस के बातचीत शुरू करने के बाद बमबारी थम गई थी और करीब 10 दिन तक सैन्य अभियान को रोक दिया गया था। ब्रिटेन स्थित मानवाधिकार निगरानी संस्था ‘सीरियन ऑबजर्वेट्री फॉर ह्यूमन राइट्स’ के अनुसार इस सप्ताह बातचीत की प्रक्रिया बाधित हो जाने के बाद शुक्रवार को फिर से हवाई हमले शुरू हो गए, जिसमें 40 नागरिकों की मौत हो गई।
संस्था ने बताया कि शनिवार को ऐसे ही हमलों में 8 बच्चों सहित 30 नागरिक मारे गए थे। दोउमा में एक युवा डॉक्टर ने बताया, ‘बमबारी अभी रुकी नहीं है। हमलोग सभी घायलों की गिनती भी नहीं कर सकते।’