Edited By Tanuja,Updated: 07 Jul, 2021 05:56 PM
पापुआ न्यू गिनी को भेजी गई चीनी कोरोना वैक्सीन को लेकर आस्ट्रेलिया और चीन के विवाद गहराया गया है। ऑस्ट्रेलिया ने चीनी मीडिया में छपी उन खबरों को खंडन...
कैनबरा: पापुआ न्यू गिनी को भेजी गई चीनी कोरोना वैक्सीन को लेकर आस्ट्रेलिया और चीन के विवाद गहराया गया है। ऑस्ट्रेलिया ने चीनी मीडिया में छपी उन खबरों को खंडन किया है जिसमें कहा गया था कि ऑस्ट्रेलिया पापुआ न्यू गिनी में भेजी गई चाइनीज वैक्सीन में गलत नीयत से हस्तक्षेप कर रहा है। दरअसल, चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने ऑस्ट्रेलिया पर आरोप लगाया था कि वो वहां पर अपना कंसल्टेंट बिठाने की योजना बना रहा है, जिसका मकसद वैक्सीन को लेकर चीन और पापुआ न्यू गिनी के बीच सहयोग को खत्म करना होगा। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेंबिन ने ऑस्ट्रेलिया की इसके लिए निंदा करते हुए कहा था कि ये बेहद गंभीर मामला है। चीन ने ऑस्ट्रेलिया के रवैये को बेहद गैर जिम्मेदाराना बताया था।
इस रिपोर्ट पर ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने कड़ी आपत्ति जताई है। ऑस्ट्रेलिया के मंत्री जेड सेसेल्जा ने पापुआ न्यू गिनी की यात्रा के दौरान इन आरोपों को जोरदार खंडन करते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया का मकसद केवल कोरोना संक्रमित इस देश को अधिक से अधिक मदद पहुंचाने का है। यदि कोई दूसरा देश भी इसमें मदद करता है तो ये बहुत अच्छी बात है। ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्प को एक इंटरव्यू के दौरान ऑस्ट्रेलियाई मंत्री ने कहा कि चीन के आरोप झूठे हैं, हम यहां पर लोगों की मदद करने के लिए आए हैं और हमें इस क्षेत्र और यहां के लोगों के हितों के अलावा पड़ोसी देशों के हितों को भी ध्यान रखते हुए काम करने चाहिए।
चीन का कहना है कि पापुओ न्यू गिनी से उनका कोई भू-राजनीतिक उद्देश्य नहीं है,और न ही इसके पीछे कोई राजनीतिक कारण है। इसलिए आस्ट्रेलिया को चीन के खिलाफ किसी तरह की कार्यवाही पर लगाम लगाने की जरूरत है। ऑस्ट्रेलिया को चीन की वैक्सीन को कमतर बताने और पापुआ न्यू गिनी से इस संबंध में सहयोग को खत्म करने की भी कोशिश नहीं करनी चाहिए। चीन यहां पर लोगों की जान बचाने की कोशिश कर रहा है। इस बीच पापुआ न्यू गिनी के मंत्री ने दोनों ही देशों को मदद भेजने के लिए धन्यवाद कहा है।
ऑस्ट्रेलिया ने यहां पर एस्ट्राजेनेका की करीब 30 हजार खुराक भेजी थी। इसके अलावा करीब 1.32 लाख खुराक कोवैक्स योजना के तहत मिली थीं। चीन की फार्मा कंपनी ने 23 जून को सिनोफार्म की कोरोना वैक्सीन की करीब 2 लाख खुराक पापुआ न्यू गिनी भेजी थीं। इसकी तस्दीक पापुआ न्यू गिनी की सरकार ने भी की थी। यहां पर मार्च में जब कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े तो ऑस्ट्रेलिया यहां पर वैक्सीन भेजने वाला पहला देश था।