Edited By Tanuja,Updated: 07 Aug, 2018 12:23 PM
ग्लोबल वार्मिंग के चलते पूर्वी ऑस्ट्रेलिया भयंकर सूखे की मार झेल रहा है। ये वहां इतिहास का अबतक का सबसे भयंकर सूखा है। इसकी सबसे ज़्यादा मार किसानों पर पड़ी है। इस खेत के मालिक ने बताया कि 2010 के बाद से...
मेलबर्नः ग्लोबल वार्मिंग के चलते पूर्वी ऑस्ट्रेलिया भयंकर सूखे की मार झेल रहा है। ये वहां इतिहास का अबतक का सबसे भयंकर सूखा है। इसकी सबसे ज़्यादा मार किसानों पर पड़ी है। इस खेत के मालिक ने बताया कि 2010 के बाद से यहां बारिश न के बराबर हुई है।किसानों को अपने पालतू जानवरों के लिए भी खाना जुटाना होता है। इससे उनके खर्चे और बढ़ जाते हैं।
एक किसान टॉम वोल्सटन ने कहा, सूखे ने हमारी मुसीबतें बढ़ा दी है. मेरा पूरा दिन खाना जुटाने की कोशिश में निकल जाता है। किसानों की मदद के लिए सरकार अबतक 738 मिलियन डॉलर खर्च कर चुकी है। किसान एश विटनी कहते हैं, "मेरी पूरी ज़िंदगी इसी इलाके में गुज़री है लेकिन मैंने ऐसा भीषण सूखा कभी नहीं देखा। " परेशान किसानों के लिए सरकार ने मेंटल हेल्थ सर्विस भी शुरू की है।
ऑस्ट्रेलिया में साल 2002 के बाद जुलाई में सबसे ज़्यादा सूखा पड़ा है। ऑस्ट्रेलिया के लोगों का पेट भरने वाले एक चौथाई कृषि उत्पाद न्यू साउथ वेल्स से आते हैं। वहां पड़े इस सूखे ने पूरे कृषि उद्योग पर असर डाला है।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने जून में सूखा प्रभावित इलाकों का दौरा किया था। उस वक्त उन्होंने कहा था कि जलवायु परिवर्तन इस त्रासदी की अहम वजह है। रॉयटर्स के फोटोग्राफर डेविड ग्रे ने इस सूखी धरती की तस्वीरें अपने कैमरे में कैद की हैं।आसमां से ली गई इस त्रासदी की कुछ तस्वीरें बेहद अद्भुत नज़र आईं।