Edited By Tanuja,Updated: 15 May, 2019 09:53 AM
आस्ट्रेलिया में ल्यूकेमिया (कैंसर का एक ऐसा प्रकार, जब बड़ी संख्या में असामान्य श्वेत रक्त कोशिकाएं बनने लगती हैं) बीमारी से उबरे एक युवक ने ...
मेलबर्न : आस्ट्रेलिया में ल्यूकेमिया (कैंसर का एक ऐसा प्रकार, जब बड़ी संख्या में असामान्य श्वेत रक्त कोशिकाएं बनने लगती हैं) बीमारी से उबरे एक युवक ने मरीजों के लिए कम लागत वाला एक स्मार्ट झुकावदार बैड तैयार किया है जिसके बारे में उसका कहना है कि वह मरीजों को बैड से गिरने और बिस्तर पर पड़े रहने से होने वाले त्वचा विकार (प्रैशर सोर) को रोकने में मदद पहुंचा सकता है।
ल्यूकेमिया से ग्रस्त व न्यू साऊथवेल्स विश्वविद्यालय के मैडीकल विद्यार्थी निखिल औतार (25) ने कहा, ‘‘इन सस्ते बैडों को तैयार करने के विचार पर आगे बढऩे की प्रेरणा तब मिली जब वह रोकने लायक इन घटनाओं के चलते अपने 2-3 दोस्तों को गंवा बैठे।’’ औतार ने कहा कि मैडीकल अनुसंधानकर्ता होने के नाते मेरे पास शोधपत्रों पर गौर करने की क्षमता थी तथा मैंने इन रोकी जा सकने वाली चीजों का अध्ययन शुरू किया, उनमें कुछ घटनाएं, जिनकी वजह से जान चली जाती थी, गिर जाना और प्रैशर सोर थीं।’’ उन्होंने कहा कि सुविधाओं से लैस आम बैडों की तुलना में अस्पताल के बैडों से गिरने की दर 30 फीसदी कम हो जाती है।
औतार ने कहा कि जब मैंने साहित्य देखा तो मैंने पाया कि अस्पताल के बैडों से गिरने की दरें कम हैं क्योंकि वे लोगों को बैठने और उठने में मदद करते हैं, यही से स्मार्ट झुकावदार बैड का विचार दिमाग में आया। इस 25 वर्षीय विद्यार्थी ने अस्पतालों के महंगे बैडों की तुलना में बहुत कम लागत में स्मार्ट बैड तैयार करने के लिए यूनिवॢसटी ऑफ एन.एस.डब्ल्यू. बिजनैस स्कूल के विद्यार्थी सचिन किंगन के साथ मिलकर ‘गैट टू स्लीप इजी’ नामक स्टार्टअप की स्थापना की।