Edited By Tanuja,Updated: 11 Jul, 2022 06:25 PM
ऑस्ट्रेलिया और चीन में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने अपने सबसे खतरनाक परमाणु बॉम्बर B 2 स्पिरिट को ऑस्ट्रेलियाई वायुसेना के अंबरले एयरबेस...
मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया और चीन में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने अपने सबसे खतरनाक परमाणु बॉम्बर B 2 स्पिरिट को ऑस्ट्रेलियाई वायुसेना के अंबरले एयरबेस पर तैनात किया है। चीन के खिलाफ एक्शन में दिख रही अमेरिकी वायुसेना ने एक बयान जारी करके कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्वतंत्र और मुक्त बनाने के लिए इन बॉम्बर्स के जरिए सहयोगी देशों के साथ अभ्यास और ट्रेनिंग को अंजाम दिया जाएगा। इन बॉम्बर्स को 10 जुलाई को तैनात किया गया है। ये विमान अमेरिका के मिसौरी एयरबेस से आए हैं। इस बॉम्बर को रेडॉर भी पकड़ नहीं पाता है।
अमेरिकी वायुसेना ने कहा कि बी2 बॉम्बर प्रशांत एयरफोर्स के बॉम्बर टास्क फोर्स की मदद करेंगे। अमेरिकी कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल एंड्रीव कोउसगार्ड ने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया में B2 बॉम्बर की तैनाती से हमारी तैयारी बढ़ेगी और लंबी दूरी तक भीषण हमला करने की ताकत वायुसेना को देता है। हम ऑस्ट्रेलियाई साथियों, हिंद प्रशांत क्षेत्र के देशों के साथ ट्रेनिंग, आदान प्रदान को लेकर आशान्वित हैं।' अमेरिका का रणनीतिक कमांड नियमित तौर पर बॉम्बर्स के टास्क फोर्स ऑपरेशन को विश्वभर में आयोजित करता है।
अमेरिकी वायुसेना ने कहा कि यह हमारे सामूहिक रक्षा के सिद्धांत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इससे पहले अगस्त 2020 में बी-2 विमान को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में तैनात किया गया था। अमेरिकी वायुसेना ने यह तैनाती ऐसे समय पर की है जब चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच तनाव काफी बढ़ा हुआ है। चीन से निपटने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका और ब्रिटेन के साथ मिलकर ऑकस सैन्य समझौता किया है। अमेरिका ऑस्ट्रेलिया के लिए अब परमाणु ऊर्जा से चलने वाली सबमरीन बना रहा है। बता दें कि अमेरिका के B-2 स्पिरिट दुनिया के सबसे घातक बॉम्बर माना जाता है। यह बमवर्षक विमान अपने साथ 16 B61-7 परमाणु बम ले जा सकता है।
अमेरिकी वायुसेना को लेकर खास बातें
- अमेरिकी वायुसेना के बेड़े में बेहद घातक और सटीक मार करने वाले B61-12 परमाणु बम शामिल किए गए हैं।
- यही नहीं यह बमवर्षक विमान दुश्मन के हवाई डिफेंस को चकमा देकर आसानी से उसके इलाके में घुस जाता है।
- इस बॉम्बर पर एक हजार किलो के परंपरागत बम भी लादे जा सकते हैं।
- यह बॉम्बर दुश्मन की जमीन पर हमला करने के लिए सबसे कारगर माना जाता है।
- साल 1997 में एक B-2 स्पिरिट परमाणु बॉम्बर की कीमत करीब 2.1 अरब डॉलर थी।
- अमेरिका के पास कुल 20 B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर हैं।
- यह बॉम्बर 50 हजार फुट की ऊंचाई पर उड़ान भरते हुए 11 हजार किलोमीटर तक मार कर सकने में सक्षम है।
- एक बार रिफ्यूल कर देने पर यह 19 हजार किलोमीटर तक हमला कर सकता है।
- यह विमान कोसोवा,इराक, अफगानिस्तान और लीबिया में अपनी क्षमता साबित कर चुका है।