Edited By Tanuja,Updated: 22 Jul, 2019 10:25 AM
अमेरिकी दौरे पर पहली बार गए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को बार -बार वहां बेईज्जती का सामना करना पड़ रहा है...
वॉशिंगटनः अमेरिकी दौरे पर पहली बार गए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को बार -बार वहां बेईज्जती का सामना करना पड़ रहा है। पहले शनिवार शाम को इमरान खान के अमेरिका पहुंचने के बाद एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी के लिए अमेरिकी प्रशासन का कोई बड़ा अधिकारी नहीं पहुंचा। पीएम इमरान खान को मेट्रो में बैठकर होटल जाना पड़ा। खुद पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी अमेरिका में रहने वाले कुछ पाकिस्तानी लोगों के साथ एयरपोर्ट पहुंचे थे। इसके बाद आज फिर इमरान खान को वाशिंगटन डीसी में एक सामुदायिक कार्यक्रम में भाषण दौरान शर्मिंदा होना पड़ गया।
इमरान कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे कि तभी कुछ बलूच के कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने इमरान के भाषण के दौरान बलूचिस्तान की आजादी के नारे भी लगाए। इसपर सुरक्षाबलों ने उन्हें बाहर कर दिया। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि पाक प्रधानमंत्री इमरान जब अपना भाषण दे रहे थे उसी दौरान बलूच कार्यकर्ता पाक सरकार द्वारा बलूचिस्तान में बलूच लोगों के साथ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज बुलंद करने लगे। इसके बाद उन्होंने पाक सरकार और पीएम इमरान के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की।
अपने भाषण में इमरान खान ने कहा कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को किसी भी तरह की सुविधा नहीं दी जाएगी। उन्हें एक अपराधी की तरह ही वहां रहना होगा। नवाज को जेल में घर का खाना, एयर कंडीशनर और अन्य सुविधाएं दिए जाने की खबरों पर इमरान ने कहा कि नवाज जेल में घर का खाना चाहते हैं। इमरान ने कहा, वो एयर कंडीशनर में रहना चाहते हैं। लेकिन हमारे मुल्क में आधी आबादी के पास टीवी या एयर कंडीशनर जैसी सुविधाएं नहीं हैं। अगर यह सब उन्हें दे दिया गया तो यह किस तरह की सजा होगी?
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान लौटकर मैं इस बात की जांच करूंगा कि नवाज को किसी तरह की कोई सुविधाएं न मिलें। मैं जानता हूं कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की नेता और नवाज की बेटी मरियम इसके खिलाफ आवाज उठाएंगी। मैं उनसे यही कहना चाहता हूं कि देश से लूटा गया पैसा लौटाएं। बस यही एक तरीका है। बता दें कि क्रिकेटर से राजनेता बने 66 वर्षीय इमरान खान देश के पीएम होने के बावजूद किसी चार्टर्ड विमान से न जाकर कतर एयरवेज की फ्लाइट से अमेरिका पहुंचे। जिसका प्रमुख कारण पाक का आर्थिक संकट बताया जा रहा है।