Edited By shukdev,Updated: 11 May, 2019 08:50 PM
पाकिस्तान गृह मंत्रालय ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों जमातउद दावा, फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) तथा जैश ए-मोहम्मद से संबंध रखने के आरोप में 11 और संगठनों को प्रतिबंधित कर दिया है। गृह मंत्रालय की शनिवार को जारी अधिसूचना के मुताबिक जिन संगठनों...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान गृह मंत्रालय ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों जमातउद दावा, फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) तथा जैश ए-मोहम्मद से संबंध रखने के आरोप में 11 और संगठनों को प्रतिबंधित कर दिया है। गृह मंत्रालय की शनिवार को जारी अधिसूचना के मुताबिक जिन संगठनों को प्रतिबंधित किया गया है उनमें लाहौर के अल अनफाल ट्रस्ट, इदारा ए खिदमत खलाक, अल दावत उल ईशाद, अल हम्द ट्रस्ट, अल फजल फाउंडेशन/ट्रस्ट, मस्जिद एवं वेल्फेयर ट्रस्ट, अल मदीना फाउंडेशन, मुआज बिन जबाल एजुकेशन ट्रस्ट और अल ईजर फाउंडेशन तथा बहवालपुर स्थित अल रहमत ट्रस्ट ओर्गेनाइजेशन तथा कराची स्थित अल फुरकान ट्रस्ट शामिल हैं।
यह कारर्वाई राष्ट्रीय कार्य योजना के तहत की गई है। प्रतिबंधित आतंकवादियों के खिलाफ कारर्वाई जारी है तथा इसके तहत आतंकवादियों की गिरफ्तारी का सिलसिला भी जारी है। गत 14 फरवरी को जैश की ओर से किए गए पुलवामा हमले के बाद भारत की ओर से दवाब के बाद पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान सरकार ने जैश ए मोहम्मद के खिलाफ अभियान शुरु करने तथा जमातउद दावा तथा एफआईएफ को प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया गया।
जैश ए मोहम्मद को वर्ष 2002 में पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशरर्फ ने भी प्रतिबंधित किया था। पाकिस्तान में सरकार जमात एवं एफआईएफ की ओर से संचालित संस्थाओं को भी अपने नियंत्रण में ले रही है।