Edited By Tanuja,Updated: 04 Sep, 2018 05:04 PM
मंगलवार को बैंकॉक में संयुक्त राष्ट्र जलवायु विशेषज्ञों ने एक अहम बैठक में चेताया कि पेरिस समझौते को बचाने का समय निकला जा रहा है। उन्होंने विकसित देशों को पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के लिए उनकी जिम्मेदारी से बचने का आरोप लगाया...
बैंकॉकः मंगलवार को बैंकॉक में संयुक्त राष्ट्र जलवायु विशेषज्ञों ने एक अहम बैठक में चेताया कि पेरिस समझौते को बचाने का समय निकला जा रहा है। उन्होंने विकसित देशों को पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के लिए उनकी जिम्मेदारी से बचने का आरोप लगाया। 6 दिवसीय संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन की शुरुआत ,प्रतिनिधियों से पेरिस समझौते के संचालन से जुड़ी ‘‘नियम पुस्तिका’’ को अंतिम रूप देने के अत्यावश्यक अनुरोध से हुई ताकि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों पर गौर किया जा सके।
पेरिस समझौते को अब तक का सबसे महत्वाकांक्षी वैश्विक समझौता माना जाता है। नियम पुस्तिका में संधि के 197 हस्ताक्षरकर्ताओं के लिए इस संबंध में दिशानिर्देश होंगे कि बुरी तरह प्रभावित विकासशील देशों का सहयोग कैसे किया जाए और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का प्रबंधन कैसे हो। अगर राष्ट्र पोलैंड में प्रस्तावित दिसंबर सम्मेलन (कोप 24) में समझौता करने में नाकाम रहे तो पेरिस संधि पर खतरा मंडराएगा। ‘कोप 24’ के भावी अध्यक्ष माइकल कुॢतका ने मंगलवार की बैठक की शुरुआत में कहा, ‘‘प्रक्रिया की विश्वसनीयता खतरे में है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें जितना तेजी से बढना चाहिए, हम नहीं बढ़ रहे हैं।’’