Edited By Tanuja,Updated: 21 Nov, 2018 06:29 PM
बांग्लादेश के चर्चित अवॉर्ड विजेता फोटोग्राफर और कार्यकर्ता शहीदुल आलम अभिव्यक्ति की आजादी से जुड़े एक मामले में 100 दिन से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद मंगलवार को रिहा कर दिया गया
ढाकाः बांग्लादेश के चर्चित अवॉर्ड विजेता फोटोग्राफर और कार्यकर्ता शहीदुल आलम (63) को अभिव्यक्ति की आजादी से जुड़े एक मामले में 100 दिन से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद मंगलवार को रिहा कर दिया गया। आलम को छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान अल-जजीरा चैनल और फेसबुक पर ‘झूठे’ और ‘उकसाव भरे’ बयान देने के आरोप में 5 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था।
पिछले हफ्ते उन्हें इस मामले में जमानत मिली थी। ढाका की मुख्य जेल से रिहा होने पर आलम ने उम्मीद जताई कि उनकी रिहाई से इस मामले में गिरफ्तार किए गए दूसरे लोगों की आजादी का रास्ता भी साफ होगा। आलम इससे पहले चार बार जमानत याचिका दायर कर चुके थे। उनकी गिरफ्तारी पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन हुए थे। नोबेल पुरस्कार विजेताओं और अकादमिक हस्तियों ने उनकी रिहाई की मांग की थी।
आलम की गिरफ्तारी देश के विवादित इंटरनेट कानूनों के तहत हुई थी। आलोचकों का कहना है कि इन कानूनों के तहत प्रशासन को असंतुष्टों और पत्रकारों पर शिकंजा कसने का अधिकार मिल गया है। पूर्व में आलम ने कहा था कि हिरासत के दौरान उन्हें बुरी तरह पीटा गया। उनके वकीलों का तर्क था कि आलम को हिरासत में रखा जाना, बांग्लादेश के संविधान के तहत उन्हें मिले मौलिक अधिकारों का खुला उल्लंघन है।