Edited By Tanuja,Updated: 10 Aug, 2020 11:36 AM
लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए शक्तिशाली विस्फोट के बाद यहां विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है। अब लोगों का अपनी ही सरकार के खिलाफ गुस्सा फूट रहा है ...
इंटरनेशनल डेस्कः लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए शक्तिशाली विस्फोट के बाद यहां विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है। अब लोगों का अपनी ही सरकार के खिलाफ गुस्सा फूट रहा है । शनिवार रात हजारों लोग सड़कों पर उतरे और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी 3 मंत्रालयों में घुस गए और जमकर तोड़फोड़ की। इस बीच उन्होंने संसद में भी घुसने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षा बलों ने इसे नाकाम कर दिया। लोगों की पुलिस के साथ हिंसक झड़पें भी हुई जिसमें एक पुलिस अफसर की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए।
लोगों के भड़के गुस्से के बीच दूसरे कैबिनेट मंत्री कटार डेमियनोस ने भी इस्तीफा दे दिया है। पर्यावरण मंत्री डेमियनोस ने रविवार देर रात जारी एक बयान में कहा कि वह पीड़ितों के साथ एकजुटता में अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे रहे हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री हसन दियाब ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की, जो बेअसर साबित हुई। प्रदर्शनकारी विदेश, वित्त और पर्यावरण मंत्रालय में सुरक्षा घेरा तोड़कर घुसे और तोड़फोड़ की। आग लगाने की भी कोशिश की गई।
इसके बाद प्रदर्शनकारी संसद पहुंचे और इसमें घुसने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक लिया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि नेताओं को चौराहे पर लाकर फांसी पर लटकाओ। वे प्रधानमंत्री हसन समेत अन्य मंत्रियों के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। उनके हाथों में पोस्टर थे, जिस पर लिखा था कि या तो मंत्री इस्तीफा दें या उन्हें चौराहे पर फांसी दो।
गौरतलब है कि मंगलवार को बेरूत के पूर्वी तट पर 27 हजार टन अमोनियम नाइट्रेट में विस्फोट हुआ था। धमाके में अब तक 160 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 6,000 लोग घायल हैं।