Edited By Tanuja,Updated: 14 Apr, 2021 02:17 PM
चीन की धमकियों के बीच राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को पूर्व अमेरिकी अधिकारियों का एक अनौपचारिक प्रतिनिधिमंडल ...
इंटरनेशनल डेस्कः चीन की धमकियों के बीच राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को पूर्व अमेरिकी अधिकारियों का एक अनौपचारिक प्रतिनिधिमंडल ताइवान भेजा। ताइपे ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि प्रतिनिधिमंडल में पूर्व सांसद सेन क्रिस डोड, विदेश विभाग के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी रिचर्ड आर्मिटेज और जेम्स स्टाइनबर्ग शामिल हैं। ये प्रतिनिधिमंडल बुधवार दोपहर को तइपे पहुंचेगा। राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता जेवियर चांग ने कहा, " अमेरिकी अधिकारियों की पुनः ताइवान यात्रा दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों को प्रदर्शित करती है।"
बता दें कि 23 मिलियन लोगों की आबादी वाले ताइवान द्वीप पर चीन अपना दावा करता रहा है जिस कारण दोनों देशों के बीच काफी तनावपूर्ण संबंध चल रहे हैं। इसके अलावा अमेरिका द्वारा ताइवान को समर्थन देना बीजिंग को खटक रहा है। यही वजह है कि चीन बार-बार तइपे और वॉशिंगटन को धमकियां देकर अपनी भड़ास निकाल रहा है। बीजिंग ताइवान को अपने क्षेत्र के रूप में दावा करता है, हालांकि यह सात दशकों से अधिक समय से अलग शासित देश है।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कसम खाई है कि बीजिंग कभी भी ताइवान को स्वतंत्र नहीं होने देगा और यदि आवश्यक हुआ तो निसंकोच बल का प्रयोग करेंगे। ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार सितंबर से चीन की उनके क्षेत्र में सैन्य घुसपैठ बढ़ा दी है। सोमवार को भी चीन ने ताइवान के हवाई रक्षा क्षेत्र में 25 युद्धक विमान भेजे। चीन की इन हरकतों पर पर चिंता जताते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने कहा कि चीन की आक्रामक गतिविधयां वास्तव में गंभीरचिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि चीन जानबूझ कर ताइवान में तनाव बढ़ाने के लिए आक्रामक कार्रवाईयों को अंजाम दे रहा है।