Edited By Tanuja,Updated: 17 Apr, 2021 04:13 PM
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा के साथ पहली व्यक्तिगत द्विपक्षीय बैठक के बाद कहा कि यह इस बात को दर्शाता है कि अमेरिका जापान के साथ द्विपक्षीय संबंधों एवं मित्रता को कितना महत्व देता है...
इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा के साथ पहली व्यक्तिगत द्विपक्षीय बैठक के बाद कहा कि यह इस बात को दर्शाता है कि अमेरिका जापान के साथ द्विपक्षीय संबंधों एवं मित्रता को कितना महत्व देता है। बाइडेन ने सुगा (72) के साथ व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में शुक्रवार को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की। बाइडन (78) ने कहा, ‘‘आमने-सामने की वार्ता के अलावा कोई विकल्प नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री सुगा का व्हाइट हाउस में स्वागत करना मेरे लिए खुशी की बात है। यह हमारी यहां आमने-सामने की पहली बैठक है। वह पहले राष्ट्राध्यक्ष हैं, जिन्हें मैंने व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया है।’’
बाइडेन ने आमने-सामने की बैठक की महत्ता का जिक्र करते हुए कहा कि वे जी7 बैठक और चतुष्पदीय सुरक्षा संवाद (क्वाड) में शामिल नेताओं के शिखर सम्मेलन में पहले भी कई बार डिजिटल माध्यम से मिल चुके हैं, लेकिन ‘‘मैं आपके साथ समय बिताने और आमने-सामने बैठकर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर मिलने की बहुत कद्र करता’’ हूं। इस दौरान चीन के खिलाफ जापान और अमेरिका में ऐतिहासिक समझौता किया गया है, जिसके तहत पूर्वी और दक्षिण चीन सागर में जापान और अमेरिका एक साथ मिलकर चीन की चुनौतियों का जबाव देंगे। अमेरिका और जापान के बीच इस बात को लेकर भी सहमति बन गई है कि चीन अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है, लिहाजा दोनों देश एक साथ चीन का विरोध करेंगे।
इस दौरान जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने कहा कि जापान और अमेरिका साथ मिलकर चीन की आक्रामत नीति का विरोध करेगें। माना जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात के बाद जापानी प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने चीन को लेकर काफी आक्रामक बयान दिए हैं। पिछले दो महीने के दौरान ये दूसरा मौका है जब जापान ने सीधे तौर पर चीन का नाम दुश्मन देश के तौर पर लिया है और चीन को अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरनाक बताया है।
जापानी प्रधानमंत्री ने अमेरिकन राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात के बाद कहा कि दोनों देशों के राष्ट्रध्यक्षों के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात हुई है लेकिन केन्द्र चीन ही था । अमेरिका दौरे पर आए जापानी प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने कहा है कि ‘जापान और अमेरिका सहमत हुए हैं कि हम पूर्वी और दक्षिण चीन सागर में अगर चीन स्थिति को बदलने की कोशिश करता है या फिर किसी क्षेत्र पर कब्जा करने की कोशिश करता है, तो हम साथ उसका मुकाबला करेंगे लेकिन चीन को किसी भी हाल में वर्तमान परिस्थिति और वर्तमान व्यवस्था को बदलने नहीं देंगे'।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों में ताइवान पर दबाव बनाने के लिए चीन की सेना लगातार ताइवान के स्वामित्व वाले समुन्द्री हिस्से में अपना एयपक्राफ्ट कैरियर भेज रहा है साथ ही चीन ने ताइवान पर हमले की भी चेतावनी दी है, जिसको लेकर अमेरिका और जापान ने चिंता जताई है। वहीं, पूर्वी चीन सागर में सेनकाउ आइलैंड को लेकर भी जापान चिंतित है, जो जापान का हिस्सा है लेकिन चीन उसपर अपना दावा करता है। पिछले महीने चीन ने अपना एयरक्राफ्ट सेनकाउ आइलैंड की तरफ भेजने की कोशिश भी की थी। इस आइलैंड पर वर्तमान में जापान का शासन है लेकिन चीन लगातार इसे हड़पने की कोशिश में लगा हुआ है।