Edited By Tanuja,Updated: 31 Jul, 2021 01:42 PM
भारत दौरे पर आए अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते प्रभुत्व पर चिंता जताई। नई दिल्ली में पत्रकारों...
इंटरनेशनल डेस्कः भारत दौरे पर आए अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते प्रभुत्व पर चिंता जताई। नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में अमेरिकी विदेश मंत्री ने अफगानिस्तान में तालिबान के अत्याचारों को लेकर गहरा दुख जताते कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में अफगानिस्तान में तालिबान के अत्याचारों की मिली रिपोर्ट्स बहुत परेशान करने वाली हैं। उन्होंने कहा है कि अगर तालिबान पूरी तरह काबिज हो गया तो अफगानिस्तान अंतराष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग पड़ जाएगा। ब्लिंकन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर तालिबान का प्रभुत्व स्थापित हुआ को अफगानिस्तान एक ऐसा देश बन जाएगा जिसे अंतराष्ट्रीय समुदाय में बहिष्कृत माना जाएगा।
ब्लिंकन ने नई दिल्ली में कहा कि अफगानिस्तान जो अपने लोगों के अधिकारों का सम्मान नहीं करेगा, एक अफगानिस्तान जो अपने ही लोगों के खिलाफ अत्याचार करेगा है वह एक अछूत देश बन जाएगा।' मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एंटनी ब्लिंकन ने अफगान सरकार को हर मुमकिन मदद मुहैया कराये जाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका कूटनीतिक मोर्चे से लेकर अफगान सुरक्षा बलों सहित विभिन्न प्रकार की सहायता के माध्यम से अफगानिस्तान सरकार के समर्थन में खड़ा है। हम अफगानिस्तान में संघर्ष को समाप्त करने और अमन-शांति की बहाली के लिए सभी पक्षों को एक मंच पर लाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री बोले कि तालिबान का कहना है कि वह अफगानिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन चाहता है। संभवत: वह चाहता है कि उसके नेता दुनियाभर में बेरोक-टोक यात्रा कर सकें, उस पर से पाबंदियां हटा ली जाएं लेकिन जबरन देश पर कब्जा करना और अपने लोगों के अधिकारों को कुचलना उन उद्देश्यों को हासिल करने का रास्ता नहीं हो सकता है। ब्लिंकन ने कहा कि केवल एक ही रास्ता है और वह बातचीत के जरिये संघर्ष के मसलों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएं। एक ऐसा अफगानिस्तान बनाने की जरूरत है जो वास्तव में समावेशी तरीके से शासित हो जिसमें उसके सभी लोगों का प्रतिनिधित्व शामिल हो।