Edited By Tanuja,Updated: 03 Aug, 2019 11:18 AM
ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन सरकार को उपचुनाव में बड़ा झटका लगा है...
लंदनः ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन सरकार को उपचुनाव में बड़ा झटका लगा है। वेल्स उपचुनाव में सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के क्रिस डेविस की हार के बाद सरकार खतरे की स्थिति में पहुंच गई है। थरेसा मे के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री बने जॉनसन संसद में अपना बहुमत गंवा सकते है। 650 सदस्यों वाली संसद में कंजरवेटिव पार्टी के 310 और डेमोक्रेटिक यूनियन पार्टी (DUP) के 10 सदस्यों को मिलाकर जॉनसन के पास 320 सांसदों का समर्थन है। जबकि विपक्षी दलों के 319 सदस्य हैं।
वेल्स की ब्रेकन एंड रैडनोशायर सीट के लिए हुए उपचुनाव में लिबरल डेमोक्रेट नेता जेन डाड्स ने क्रिस को 1,425 वोटों से हराया। खर्च में गड़बड़ी के मामले में दोषी पाए जाने के बाद क्रिस को अपनी सीट छोड़नी पड़ी थी। इसके बाद भी पार्टी ने उपचुनाव में उन्हें प्रत्याशी बनाया। यह चुनाव जॉनसन के लिए पहली चुनौती माना जा रहा था। यह पहली बार है जब किसी नए प्रधानमंत्री को पद संभालने के इतने कम दिनों में ही चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। जीत के बाद डाड्स ने कहा, 'मेरा पहला काम जॉनसन को यह बताना है कि वह हमारे देश के भविष्य के साथ खेलना बंद करें।'
दरअसल, जॉनसन ने 31 अक्टूबर तक बिना किसी समझौते के भी ब्रेक्जिट यानी यूरोपीय यूनियन से बाहर निकलने की बात की है। विपक्ष के साथ ही कंजरवेटिव पार्टी के कुछ सांसद भी इसके विरोध में है। डाड्स की जीत से खुश लिबरल डेमोक्रेट नेता जो स्विंसन ने कहा, 'जॉनसन का घटता बहुमत इस बात का सुबूत है कि उनके पास ब्रिटेन को यूरोपीय यूनियन से बाहर निकालने का समर्थन नहीं है।' लिबरल डेमोक्रेट पार्टी ब्रेक्जिट पर दोबारा जनमत संग्रह की मांग कर रही है।