Edited By Tanuja,Updated: 11 Apr, 2018 10:02 AM
लगभग सभी महिलाओं ख़ासकर पत्रकार महिलाओं को कभी न कभी उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। चाहे वो भारतीय पत्रकार हो या कोई विदेशी महिला पत्रकार। लेकिन लगता है कि अब ये बदतमीज़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी
ओ डी जेनेरियोः लगभग सभी महिलाओं ख़ासकर पत्रकार महिलाओं को कभी न कभी उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। चाहे वो भारतीय पत्रकार हो या कोई विदेशी महिला पत्रकार। लेकिन लगता है कि अब ये बदतमीज़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दरअसल ब्राजील की महिला स्पोर्ट्स पत्रकारों द्वारा एक अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान को चला रही स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट को कभी न कभी काम के दौरान उत्पीड़न से गुजरना पड़ा है।
अभियान में इन जर्नलिस्ट ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया है। इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक महिला जर्नलिस्ट लाइव रिपोर्टिंग कर रही थी, तभी एक लड़का उसे चूम लेता है। इस पर महिला रिपोर्टर काफी डर जाती है। वीडियो में आगे दिखता है कि इससे पहले एक और महिला पत्रकार को ऐसी स्थिति से गुज़रना पड़ा था।
वीडियो में सभी महिला जर्नलिस्ट बारी-बारी से इस कैंपेन के स्लोगन #letherwork को कहती हैं। ये घटना ब्राजील की एक स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट बिबिआना बोल्सन के साथ घटित हुई। वीडियो में पत्रकार बिबिआना बोल्सन कहती हैं कि यूरो कप के दौरान उन्हें किस करने, गले लगाने और छूने की कोशिश की गई।