Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Oct, 2017 04:12 PM
न्यूजीलैंड में चल रही लड़ाई में तैनात ब्रिटिश सेना का अफसर जो एक कलाकार था, मानव खोपडियों का व्यापारी बन गया तो लोग हैरान रह गए...
लंदनः न्यूजीलैंड में चल रही लड़ाई में तैनात ब्रिटिश सेना का अफसर जो एक कलाकार था, मानव खोपडियों का व्यापारी बन गया तो लोग हैरान रह गए। जानकारी के अनुसार मेजर जनरल होरातियो रॉबले को ब्रिटिश सेना की ओर से 1860 के दशक में न्यूजीलैंड में चल रही लड़ाई में तैनात किया गया।बाहर से वह एक सैन्य अफसर था लेकिन अंदर से एक कलाकार। रॉबले को टैटू बनाने का बहुत शौक था, इसलिए चेहरे पर टैटू बनाने वाली न्यूजीलैंड की स्थानीय जनजाति 'माओरी' ने उसे बहुत आकर्षित किया।
लड़ाई के दौरान जनजाति का कोई सदस्य मारा जाता तो रॉबले उसके सिर को प्रिजर्व (संरक्षित) करके अपने पास रख लेता। इस तरह उसने 35 मोकोमोकाई (टैटू बने नरमुंड) जमा कर लिए और उन्हें अपने साथ इंग्लैंड ले गया। वहां उसने इन चेहरों के टैटू पर शोध कर एक पुस्तक लिख डाली। लड़ाई खत्म होने के बरसों बाद 1908 में उसने न्यूजीलैंड सरकार को ये 35 मोकोमोकाई 1000 पौंड में लौटाने का प्रस्ताव दिया। मगर न्यूजीलैंड सरकार ने इन्हें लेने से साफ मना कर दिया। इसके बाद उसने न्यूयॉर्क के 'नैचुरल हिस्ट्री म्यूजियम' को यह प्रस्ताव दिया। म्यूजियम के लिए यह अनोखी चीज थी, इसलिए उन्होंने 1250 पौंड में 30 नरमुंड खरीद लिए। ये नरमुंड आज भी उस म्यूजियम में आकर्षण के केंद्र हैं