Edited By Tanuja,Updated: 20 Apr, 2019 10:26 AM
चीन की अदालतों ने भत्तों को लेकर विरोध प्रदर्शन करने वाले 47 पूर्व सैनिकों को 6 वर्ष तक की जेल की सजा सुनाई है। अदालतों ने कहा कि पूर्व सैनिकों ने अपने हितों को साधने के लिए सार्वजनिक व्यवस्था में बाधा पहुंचाई है...
पेइचिंग: चीन की अदालतों ने भत्तों को लेकर विरोध प्रदर्शन करने वाले 47 पूर्व सैनिकों को 6 वर्ष तक की जेल की सजा सुनाई है। अदालतों ने कहा कि पूर्व सैनिकों ने अपने हितों को साधने के लिए सार्वजनिक व्यवस्था में बाधा पहुंचाई है। चीनी सेना के अलग-अलग आयु वर्ग के पूर्व सैनिकों के बार-बार प्रदर्शन करने के बाद पूर्वी प्रांतों शैनडोंग और जियांग्सू की अदालतों ने उन्हें यह सजा सुनाई। उनका कहना है कि उनकी सेवा के लिए उन्हें पर्याप्त मुआवजा नहीं दिया गया।
पूर्व सैनिक लंबे समय से शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन हालिया वर्षों के दौरान वे ध्यान खींचने के लिए सरकारी दफ्तरों और बीजिंग में रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। भारत को स्वीकार करना चाहिए कि 2016 में कोई सॢजकल हमला नहीं हुआ : पाक इस्लामाबाद, 19 अप्रैल (प.स.): विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बालाकोट हमले में किसी आम नागरिक या जवान की मौत नहीं होने संबंधी बयान के बाद पाकिस्तान की सेना ने भारत पर निशाना साधते हुए कहा कि नई दिल्ली को पाकिस्तानी एफ-16 लड़ाकू विमान मार गिराने और 2016 सर्जीकल हमले का अपना दावा भी वापस ले लेना चाहिए।
पाक सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने एक ट्वीट किया, ‘‘उम्मीद है कि अन्य झूठे भारतीय दावों को भी वापस लिया जाएगा, मसलन सॢजकल स्ट्राइक-2016, पी.ए.एफ. द्वारा भारतीय वायुसेना के 2 विमानों को मार गिराए जाने से इन्कार और एफ-16 संबंधी दावा। देर आयद दुरुस्त आयद।’’ पाक ने इस बात से इन्कार किया है कि भारतीय वायुसेना के विमानों ने बालाकोट में आतंकवादियों पर हमला किया था। उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकवादी हमले में 44 जवानों के शहीद हो जाने के बाद भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया था।