Edited By ,Updated: 02 Nov, 2016 03:04 PM
चीन ने 1 नवंबर को कहा कि वह पहले एक हल तलाशेगा जो NSG में प्रवेश चाह रहे सभी गैर एनपीटी देशों पर लागू होगा और इसके बाद भारत की अर्जी पर चर्चा करेगा...
बीजिंग: चीन ने 1 नवंबर को कहा कि वह पहले एक हल तलाशेगा जो NSG में प्रवेश चाह रहे सभी गैर एनपीटी देशों पर लागू होगा और इसके बाद भारत की अर्जी पर चर्चा करेगा। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही दोनों देशों ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (NSG ) में भारत के प्रवेश की कोशिश पर वार्ता की है।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि दोनों देशों ने एनएसजी को विस्तारित किए जाने और अन्य संबद्ध मुद्दों पर विचारों का आदान प्रदान किया। उन्होंने भारत और चीन के बीच 31 अक्तूबर को हुई दूसरे दौर की वार्ता के बारे में जानकारी देते हुए यह बात कही । यह वार्ता संयुक्त सचिव (निरस्त्रीकरण एवं अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा) अमनदीप सिंह गिल और उनके चीनी समकक्ष वांग कुन के बीच हुई।
हुआ ने बताया, ‘NSG में भारत की सदस्यता को लेकर चीन का रुख बहुत साफ और निरंतर एक सा है। चीन गैर एनपीटी (परमाणु अप्रसार संधि) सदस्य देशों को NSG में शामिल किए जाने को अहमियत देता है।’
हालांकि, उन्होंने पाकिस्तान का जिक्र नहीं किया। इस देश ने भी भारत के साथ NSG की सदस्यता के लिए अर्जी दी है। हुआ ने कहा, ‘हम इस सिलसिले में भारत के साथ बातचीत और संपर्क जारी रखना चाहते हैं।’ जून में सोल में हुई 48 सदस्यीय NSG की बैठक में अमरीका के मजबूत समर्थन के बावजूद चीन ने भारत की कोशिश में अड़ंगा लगा दिया था।