Edited By Tanuja,Updated: 28 Feb, 2020 11:00 AM
कोरोनावारस की मार से जूझने के बावजूद चीन एक बार फिर मुसीबत में फंसे अपने खास दोस्त पाकिस्तान की मदद ...
पेइचिंग: पिछले 60 साल में पहली बार रेगिस्तानी टिड्डियों के भीषणतम हमले का सामना करने के लिए चीन ने एक अनोखा तरीका अपनाया है। अफ्रीका और एशिया के कई देशों में फसलों का सफाया करने वाली टिड्डियां अब भारत-पाकिस्तान के रास्ते चीन की ओर बढ़ रही हैं। इन टिड्डियों की फौज से जंग के लिए चीन अपनी एक लाख ‘डक सेना’ को मैदान में उतारने जा रहा है। दरअसल बत्तख एक तरीके से जैविक हथियार हैं और कीटनाशक से ज्यादा प्रभावी होती हैं। हालांकि हिमालय के होने की वजह से चीन पर टिड्डियों के हमले का खतरा जहां कम है फिर भी चीन अपनी तैयारी में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहा है।
पाक की 9 लाख हैक्टेयर जमीन पर टिड्डियों का आतंक
पाकिस्तान में 9 लाख हैक्टेयर जमीन पर टिड्डियों ने आतंक मचा रखा है। सिंध के किसानों के नेता जाहिद भुरगौरी कहते हैं कि टिड्डियों के हमले में 40 फीसदी फसल नष्ट हो गई है। गेहूं, कपास और टमाटर की फसलें बर्बाद हो गई हैं। आटे के संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की टिड्डियों ने समस्या कई गुना बढ़ा दी है।
प्रतिदिन 200 टिड्डियों को खाती है एक बत्तख
विशेषज्ञों का मानना है कि एक बत्तख प्रतिदिन 200 टिड्डियों को खा सकती है। टिड्डियों के हमले से बचाव के लिए बत्तखों को पाकिस्तान भेजने से पहले इनका चीन के पश्चिमी शिनजियांग प्रांत में परीक्षण शुरू होगा। बताया जा रहा है कि 360 अरब टिड्डियों की फौज ने पूर्वी अफ्रीका को बर्बाद करने के बाद सऊदी अरब के रास्ते पाकिस्तान और भारत में प्रवेश किया है।