Edited By Tanuja,Updated: 24 Jul, 2022 04:48 PM
चीनी बैंकों द्वारा जनता का जमा धन लौटाने से इंकार करने पर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। हेनान के झोंगझोऊ में बैंक ऑफ चाइन...
इंटरनेशनल डेस्कः चीनी बैंकों द्वारा जनता का जमा धन लौटाने से इंकार करने पर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। हेनान के झोंगझोऊ में बैंक ऑफ चाइन की ब्रांच के सामने 10 जुलाई को 1000 से ज्यादा प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए थे और जोरदार प्रदर्शन किया था, लेकिन अब तक चीनी अधिकारी उनकी मांगों को अनसुना करते आए हैं। हर रोज अलग-अलग प्रांतों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेनान में बैंक ऑफ चाइना के ऑफिस के सामने हो रहे भारी विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए चीनी पीपुल्स आर्म्ड पुलिस फोर्स के कुछ लोग सफेद कपड़ों में पहुंचे । चीन के हेनान प्रांत की सड़कों चीनी सेना के टैंकों को उतारा गया है। टैंकों को इसलिए उतारा गया है ताकि लोग बैंकों तक न पहुंच पाएं। हेनान प्रांत की राजधानी झेंगझोऊ में प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद अथॉरिटीज ने कहा कि वे बैंकों से लोगों के फंड को किश्तों में रिलीज करेंगे।
हेनान में कई रूरल बैंकों ने लोगों के पैसों को कई महीनों से रोक रखा है। 15 जुलाई को बैंकों को वादे के मुताबिक, लोगों को पहली किश्त देनी थी, लेकिन केवल कुछ ही लोगों को पैसे मिल पाए हैं। इससे ये सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या चीनी बैंकों के पास देने के लिए पैसा ही नहीं बचा है यानी चीनी बैंक दिवालिया हो गए हैं।
चीन में स्थानीय सरकारों की कमाई का एक बड़ा हिस्सा जमीन को खासतौर पर रियल एस्टटे डेवलेपर्स को लीज पर देने से आता है, लेकिन कई प्रोजेक्ट्स के अधूरे पड़े होने से कंस्ट्रक्शन कंपनियों ने फिर से जमीन नहीं खरीदी हैं। इससे स्थानीय सरकार की कमाई पर असर पड़ा है । रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में घर खरीदारों के लोन न चुकाने की समस्या से तुरंत इसलिए नहीं निपटा जा रहा है, क्योंकि रियल एस्टेट के सीनियर अधिकारियों को छोड़ दिया जाए तो चीन में हर सफल रियल एस्टेट डेवलेपर राष्ट्रपति शी जिनपिंग की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी यानी CPC के कुछ ताकतवर लोगों से जुड़ा है।