Edited By Ashish panwar,Updated: 26 Jan, 2020 11:37 PM
कोरोना वाइरस से चीन में पैदा हुई स्थिति पर भारतीय दूतावास वुहान में मौजूद 250 भारतीय छात्रों के संपर्क में है। वाइरस का सबसे ज्यादा प्रभाव वुहान में ही है। शहर में और उसके आसपास करीब 2 हजार लोग पीडि़त हैं, सभी भारतीयों के स्वस्थ और सुरक्षित होने की...
इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वाइरस से चीन में पैदा हुई स्थिति पर भारतीय दूतावास वुहान में मौजूद 250 भारतीय छात्रों के संपर्क में है। वाइरस का सबसे ज्यादा प्रभाव वुहान में ही है। शहर में और उसके आसपास करीब 2 हजार लोग पीडि़त हैं, सभी भारतीयों के स्वस्थ और सुरक्षित होने की खबर है। नई दिल्ली में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास से चीन में मौजूद भारतीयों के स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए कहा गया है। भारतीयों की बेहतरी के लिए उनसे और चीनी प्रशासन के संपर्क में रहने के लिए कहा गया है।
बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीयों की मदद के लिए दो हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। इन नंबरों पर स्वास्थ्य या अन्य किसी कठिनाई होने पर मदद लेने के लिए दूतावास को सूचित किया जा सकता है। वुहान में मौजूद भारतीयों को लेकर दूतावास वहां के प्रशासन के भी संपर्क में है। भारतीयों को उनके आवास में ही सारी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं जिनसे उन्हें बाहर न निकलना पड़े और वे वाइरस के प्रभाव से मुक्त रहें दूतावास ने बताया है कि दो दिन में 600 से ज्यादा फोन कॉल अटेंड की गई हैं और लोगों को सूचनाएं और मदद मुहैया कराई गई है। भारतीय दूतावास अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रहा है। इसमें भारतीयों को वुहान और अन्य प्रभावित इलाकों से निकालना भी शामिल है।
कोरोना वाइरस के चलते बुखार और जुकाम-खांसी का प्रकोप बीते दिसंबर से हुबेई प्रांत में शुरू हो गया था। वुहान इसी प्रांत का बड़ा शहर है। एक करोड़ दस लाख की आबादी वाले इस शहर में आपातस्थिति लागू कर दी गई है और वहां लोगों का आवागमन बंद है। यह कदम वाइरस का प्रकोप फैलने से रोकने के लिए उठाया गया है।वुहान और इसके आसपास के शहरों में स्थिति विश्वविद्यालयों करीब 700 भारतीय छात्र पढ़ते हैं, इनमें ज्यादातर मेडिकल स्टूडेंट हैं। चीनी नए साल की छुट्टियां होने के चलते इनमें से ज्यादातर भारत या अन्यत्र चले गए हैं, बावजूद इसके करीब आधे छात्र अभी भी प्रभावित इलाके में हैं।