Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Dec, 2017 10:48 AM
नैशनल मरीन डेटा एंड इंफॉरमेशन सर्विस और पीपल्स डेली के ओवरसीज एडिशन द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे वेबसाइट नानहाई डॉट हाईवाईनेट डॉट सीन की एक रिपोर्ट के मुताबिक...
बीजिंगः नैशनल मरीन डेटा एंड इंफॉरमेशन सर्विस और पीपल्स डेली के ओवरसीज एडिशन द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे वेबसाइट नानहाई डॉट हाईवाईनेट डॉट सीन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में 2017 में 2,90,000 वर्गमीटर क्षेत्र में निर्माण किया, जिसमें अंडरग्राउंड स्टोरेज, एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग्स, और बड़े रडारों की स्थापना शामिल है।
दरअसल चीन ने अपनी ताकत बढ़ाने के लिए दक्षिण चीन सागर में कब्जा किए गए द्वीपों का 2017 में विस्तार किया और वहां रडार सुविधाओं और हैंगर समेत अन्य सुविधाओं का निर्माण किया । ऊर्जा से भरपूर दक्षिण चीन सागर के 90 फीसदी क्षेत्र पर चीन का दावा है, जिसे लेकर उसका देशों के साथ विवाद है। इसे देखते हुए चीन इस क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया कि चीन ने दक्षिण चीन सागर के द्वीपसमूह के क्षेत्र में अपना व्यापक रूप से विस्तार किया है ताकि उसके प्रभुत्व वाले क्षेत्रों में सैन्य रक्षा क्षमता बढ़ाई जा सके तथा उन द्वीप समूहों पर रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो सके। दक्षिण चीन सागर से करीब 5,000 करोड़ डॉलर का समुद्री व्यापार होता है, जिस पर चीन के अलावा मलेशिया, ब्रुनेई, वियतनाम, फिलीपींस और ताइवान का भी दावा है।