Edited By Tanuja,Updated: 25 Aug, 2020 10:30 AM
चीन दुनिया पर कब्जे की अपनी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कई देशों े साथ दोस्ती का नाटक कर रहा है और उन्हें ऋण जाल में फंसा रहा है...
बीजिंगः चीन दुनिया पर कब्जे की अपनी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कई देशों े साथ दोस्ती का नाटक कर रहा है और उन्हें ऋण जाल में फंसा रहा है। पाकिस्तान , नेपाल , श्रीलंका जैसे कई ऐसे देश हैं जो उशके झांसे में फंसे हैं और उशके उकसावे में आकर तबाही की राह पर बढञ रह हैं। इनमें से पाक तो पूरी तरह चीन का मुरीद हो चुका है और उसके हर जायज, नाजायज कामों में साथ दे रहा है। इसकी एवज में चीन पाक की आंतकवादी गतिविधियों में साथ दे रहा है और हथियारों का जखीरा बढ़ाने में मदद कर रहा है।
रविवार को भी चीन ने एक आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के लिए तैयार किए चार नौसैनिक युद्धपोतों में से एक को लॉन्च किया। शंघाई के हुडॉन्ग-झॉन्गहुआ शिपयार्ड में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें टाइप-054 क्लास फ्रीगेट को लॉन्च कर दिया गया। ये फ्रीगेट रेडार को चकमा देने में भी सक्षम है। यह युद्धपोत सतह, उपसतह, ऐंटी-एयर, कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम और सेंसर्स से लैस है जो पाकिस्तानी नौसेना को तकनीकी रूप से बेहद मजबूत बनाने जा रहा है। पाकिस्तान ने चीन शिपबिल्डिंग ट्रेडिंग कंपनी लिमिटेड के साथ 2017 में दो फ्रीगेट्स के लिए समझौता किया था जबकि चीनी मीडिया ने दावा किया था कि पाक सेना को चार युद्दपोत दिए जाएंगे।
पाकिस्तान की नौसेना के पास इस समय केवल नौ फ्रीगेट्स, पांच सबमरीन और 10 मिसाइल बोट और तीन माइनस्वीपर हैं। चीन से मिल रहे युद्धपोत से पाकिस्तानी नौसेना बेहद घातक हो जाएगी। ये युद्धपोत 4000 समुद्री मील तक हमला कर सकते हैं और इन पर जमीन से हवा और सबमरीन रोधी मिसाइलें लगी हुई हैं। पाकिस्तान को ये हथियार 2021-23 के बीच मिल जाएंगे।
इससे पहले जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और उनके चीनी समकक्ष वान्ग यी एक-दूसरे से मिले तो उनके बीच दोस्ती देखते ही बन रही थी। कुरैशी का स्वागत यी ने बाहें खोलकर किया था और दोनों ने हल्के-फुल्के अंदाज में मुलाकात की। यहां तक कि बैठक के बाद जारी किए गए संयुक्त बयान में चीन ने पाकिस्तान को 'आयरन ब्रदर' बताया।