Edited By Tanuja,Updated: 05 Dec, 2021 05:52 PM
चीन की धक्केशाही का एक और मामला सामने आया है। चीन के प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ता ने कम्युनिस्ट सरकार पर उसे बंदी बनाने का का आरोप ...
बीजिंगः चीन की धक्केशाही का एक और मामला सामने आया है। चीन के प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ता ने कम्युनिस्ट सरकार पर उसे बंदी बनाने का का आरोप लगाया है। कार्यकर्ता गुओ फीक्सियोनग का आरोप है कि उसे देश से बाहर जाने से रोका जा रहा है। गुओ फीक्सियोनग अपनी बीमार पत्नी को देखने के लिए अमेरिका जाना चाहता है। गुओ फीक्सियॉन्ग की पत्नी को 2009 में दंपति के बच्चों के साथ अमेरिका में राजनीतिक शरण दी गई थी।
चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग को लिखे पत्र में कार्यकर्ता गुओ ने कहा, "दूसरी बार, किसी कारण से मंत्रालय ने अभी तक उसे दूसरे देश जाने के आवेदन को अंतिम मंजूरी नहीं दी है।" गुओ ने लिखा "प्रीमियर ली केकियांग, मैं आपसे इसके लिए जिम्मेदार सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से पूछताछ करने का आग्रह करता हूं कि जितनी जल्दी हो सके अपनी मंजूरी दें ताकि मैं अमेरिका की यात्रा कर सकूं और अपनी बीमार पत्नी के पासजाकर उसे बचा सकूं ।
गुआ का पत्र तब आया जब उसकी पत्नी ने एक पत्र में उसे "जल्दी आने" के लिए कहा है, क्योंकि उसे डर है कि उसका जीवन समाप्त होने वाला है। गुआ की पत्नी झांग किंग ने पत्र में लिखा है कि "मेरा जीवन समाप्त हो रहा है, और मैं लगभग निराशा में हूँ।" उसने लिखा। "मैं अपने पति को कब देख सकती हूँ?" । बता दें कि
झांग चीनी अधिकारियों की कार्रवाई से बचने के लिए 2006 में अमेरिका चली गई थी ।