Edited By Tanuja,Updated: 23 Oct, 2018 09:32 PM
विश्व का सबसे लंबे समुद्री पुल आज चीन-हांगकांग के बीच सड़क यातायात के लिए खोल दिया गया। पर्ल रिवर एस्चुरी के लिंगदिंग्यांग जल क्षेत्र में बने 55 किलोमीटर लंबे इस पुल का उद्घाटन आधिकारिक तौर पर चीन के ...
बीजिंगः चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने आज विश्व के सबसे लंबे समुद्री पुल का आज आधिकारिक तौर पर उद्घाटन किया। पर्ल रिवर एस्चुरी के लिंगदिंग्यांग जल क्षेत्र में चीन-हांगकांग के बीच बने 55 किलोमीटर लंबे इस पुल की दिसंबर 2009 में शुरू हुई परियोजना पर कई अरब डॉलर का खर्च आया है। उद्घाटन कार्यक्रम में हांगकांग और मकाऊ के नेताओं समेत करीब 700 मेहमान शामिल हुए। शी ने एक वाक्य बोलकर इस पुल का उद्घाटन किया। पुल को सामान्य यातायात के लिए बुधवार से खोला जाएगा।
चीन के उप प्रधानमंत्री हान झेंग ने कहा कि यह पुल हांगकांग और चीन के मुख्य भूभाग को आर्थिक व व्यापारिक गतिविधियों के लिहाज से और करीब लाएगा। इससे हांगकांग से जुहाई की यात्रा का समय तीन घंटे से घटकर महज आधा घंटा रह जाएगा। इसके अलावा, यह पर्ल नदी के मुहाने पर स्थित अन्य शहरों को भी जोड़ेगा। हांगकांग-जुहाई-मकाओ पुल से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि पुल के निर्माण में करीब चार लाख टन इस्पात का इस्तेमाल हुआ। पूरी परियोजना पर करीब 10.7 अरब डॉलर का खर्च आया। पानी के नीचे 6.7 किलोमीटर लंबी सुरंग के निर्माण भी किया गया है।
VIDEO: Chinese President Xi Jinping launches the world's longest sea-bridge pic.twitter.com/GeaByAlwvN
— AFP news agency (@AFP) October 23, 2018
पुल की कुल लंबाई 55 किलोमीटर है। पुल का निर्माण समुद्र के ऊपर किया गया है। इस पर 100 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार से वाहनों को चलाया जा सकेगा। हांगकांग से जुहाई की यात्रा जिसमें पहला 3 घंटे का समय लगता था, अब महज 30 मिनट में पूरी हो जाएगी। पुल का निर्माण कार्य पूरा होने में 9 साल का समय लगा है।