Edited By Tanuja,Updated: 21 Jul, 2022 05:13 PM

राजनीतिक उठा-पटक के बाद कंगाल पाकिस्तान अब नई मुश्किल में फंसा नजर आ रहा है। एक चीनी फर्म ने पाकिस्तान से तत्काल आधार पर 86...
इस्लामाबादः राजनीतिक उठा-पटक के बाद कंगाल पाकिस्तान अब नई मुश्किल में फंसा नजर आ रहा है। एक चीनी फर्म ने पाकिस्तान से तत्काल आधार पर 86 अरब रुपए से अधिक का भुगतान मांगा है। बिजनेस रिकॉर्डर की रिपोर्ट के अनुसार, चीन हुआनेंग ने पाकिस्तान की सेंट्रल पावर परचेजिंग एजेंसी गारंटी (CPPA-G) को 30 दिनों के भीतर भुगतान न करने का नोटिस दिया है। कंपनी ने 15 जुलाई 2022 को लिखे पत्र में भुगतान की मांग की थी।
चीनी कंपनी के उपाध्यक्ष फैन जिंदा ने प्रबंध निदेशक, प्राइवेट पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर बोर्ड (PPIB ) को लिखे पत्र में कहा कि हुआनेंग शेडोंग रुई और पाकिस्तान एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड (HRS) के बीच हस्ताक्षरित गारंटी के अनुसार पाकिस्तान सरकार को 86 अरब रुपये से अधिक की बकाया राशि का भुगतान न करने के बारे में सूचित किया गया है। कंपनी ने CPPA-G को आगाह किया है कि यदि 30 दिनों के भीतर अतिदेय राशि का निपटान नहीं किया जाता है, तो उसके पास गारंटी के तहत पाकिस्तान सरकार से राशि की मांग करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।
बिजनेस रिकॉर्डर ने बताया कि एचआरएस के अनुसार, 14 जुलाई, 2022 तक ऊर्जा भुगतान और क्षमता भुगतान के कारण अतिदेय चालानों की कुल राशि 70,889,690,499 रुपए , विलंबित भुगतान ब्याज से संबंधित अतिरिक्त राशि 15,387,545,709 रुपए मिलाकर कुल अतिदेय राशि 86,277,236,208 रुपए है।’’उपाध्यक्ष HRS ने कहा, ‘‘86,277,236,208 रुपS की पूरी अतिदेय राशि का तत्काल आधार पर निपटारा करें। ’’ उन्होंने चेतावनी दी कि अपर्याप्त कोयले के कारण बिजली संयंत्र के किसी भी बंद होने के परिणाम / क्षति CPPA-G को वहन करने की आवश्यकता होगी। कंपनी ने अपना पत्र इस्लामाबाद में चीनी दूतावास, सीईपीसी प्राधिकरण के अध्यक्ष और संबंधित मंत्रालयों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी साझा किया है।
बता दे कि पाकिस्तान भारी आर्थिक उथल-पुथल से जूझ रहा है और यह उम्मीद कर रहा है कि उसका सदाबहार सहयोगी चीन उसके बचाव में आएगा, हालांकि प्रख्यात अर्थशास्त्रियों का कहना है कि बीजिंग से उम्मीदें बहुत गलत हैं। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश संबंध परिषद (सीएफआर), एक निकाय जो संप्रभु डिफॉल्ट जोखिम को ट्रैक करता है, ने हाल ही में श्रीलंका, यूक्रेन, रूस, वेनेजुएला, अर्जेंटीना, घाना, ट्यूनीशिया जैसे देशों के बराबर पाकिस्तान के स्कोरिंग को 10 (डिफॉल्ट होने की 50 प्रतिशत या उच्च संभावना का संकेत) रखा है। इनमें से कुछ देश पहले ही डिफॉल्ट हो चुके हैं।