Edited By Tanuja,Updated: 11 Jan, 2021 10:17 AM
अमेरिका द्वारा ताइवान पर लगे कई प्रतिबंधों को हटाने के फैसले के बाद चीन तिलमिला उठा है। अमेरिकी घोषणा के बाद चीन ने इसकी तीखी आलोचना ...
बीजिंगः अमेरिका द्वारा ताइवान पर लगे कई प्रतिबंधों को हटाने के फैसले के बाद चीन तिलमिला उठा है। अमेरिकी घोषणा के बाद चीन ने इसकी तीखी आलोचना की और चेताया कि अमेरिका को भारी कीमत चुकानी होगी। चीन के सरकारी मीडिया ने भी अमेरिका के इस फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी । चीनी मीडिया ने ताइवान को लेकर हाल ही में ट्रंप प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो पर निशाना साधा और उन पर ''चीन-अमेरिका संबंधों पर दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला भड़काने वाला कदम बताया।
सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक चीनी मीडिया ने लिखा कि अमेरिकी सरकार के शीर्ष अधिकारियों और उनके ताइवानी समकक्षों के बीच संपर्कों के बाबत लंबे समय से लागू प्रतिबंधों को हटाया जाना यह दर्शाता है कि पोम्पियो '' केवल गैर-कानूनी टकरावों को भड़काने में रुचि रखते हैं और वैश्विक शांति में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है।'' कोई दिलचस्पी नहीं है। दरअसल अमेरिका ने चीन पर नया वार करते हुए ताइवान के साथ राजनयिक और अन्य संपर्क स्थापित करने पर लगे प्रतिबंधों को समाप्त कर दिया है। विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने इसकी घोषणा करते हुए कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन का यह फैसला चीन को दुखी कर सकता है। ट्रंप प्रशासन ने ताइवान के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की की वकालत की है ।
ट्रंप प्रशासन ने बृहस्पतिवार को ऐलान किया कि संयुक्तराष्ट्र में दूत केली क्राफ्ट ताइवान जाएंगी। चीन अपने राजनयिक ताकत का इस्तेमाल कर ताइवान को ऐसे किसी भी संगठन में शामिल होने से रोकता है जिसकी सदस्यता के लिए देश का दर्जा हासिल होना जरूरी है। पोम्पिओ ने कहा कि अमेरिका दुनिया भर में अनौपचारिक साझेदारों के साथ रिश्ते कायम रखता है और इसमें ताइवान कोई अपवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि आज का बयान इस बात को स्वीकार करता है कि अमेरिका ताइवान रिश्तों को नौकरशाही द्वारा खुद लगाए गए प्रतिबंधों से प्रभावित होने की जरूरत नहीं है।
उधर, ताइवान ने शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के अंतिम सप्ताह में होने वाली एक अमेरिकी राजदूत की यात्रा का स्वागत किया है।ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि वे इस यात्रा का ‘दिल खोलकर स्वागत’ करते हैं और इस यात्रा को लेकर अंतिम दौर की चर्चा अब भी जारी है। राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह यात्रा ताइवान और अमेरिका के बीच पुख्ता दोस्ती का प्रतीक है और अमेरिका-ताइवान साझेदारी को और मजबूत करने में यह यात्रा सकारात्मक तरीके से मददगार साबित होगी।