Edited By Isha,Updated: 25 May, 2018 12:47 PM
औद्योगिकीकरण से पहले की तुलना में धरती का औसत तापमान 21 वीं सदी के अंत तक चार डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ सकता है। एक नए अध्ययन में इस संबंध में दावा किया गया है। शोधकर्मियों का कहना है कि इस
बीजिंगः औद्योगिकीकरण से पहले की तुलना में धरती का औसत तापमान 21 वीं सदी के अंत तक चार डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ सकता है। एक नए अध्ययन में इस संबंध में दावा किया गया है। शोधकर्मियों का कहना है कि इस इजाफे से समुद्र की तुलना में जमीन पर गर्मी बढ़ जाएगी और आर्कटिक में जलवायु में महत्वपूर्ण बदलाव होगा।
चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज में वरिष्ठ अनुसंधानकर्मी दबांग जिआंग ने कहा कि औद्योगिकीकरण के पूर्व के समय की तुलना में जलवायु परिवर्तन के चार डिग्री सेल्सियस स्तर पार करने से रिकार्ड तोड़ गर्मी,भीषण बाढ़ , भयंकर सूखा जैसी आपदा बढ़ सकती है। जिआंग ने कहा कि तापमान बढऩे से पारिस्थितिकी तंत्र , मानवीय तंत्र और इससे जुड़े समाज तथा अर्थव्यवस्था को गंभीर खतरा पहुंचेगा।
जर्नल एडवांसेस इन एटमॉस्फेरिक साइंसेज में प्रकाशित अध्ययन में शोधर्किमयों ने ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन को बढ़ावा देने वाले हालात का आकलन किया है। अध्ययन में पाया गया कि अधिकतर प्रारूप ने 2064 से 2095 तक चार डिग्री सेल्सियस तक इजाफे का अनुमान जताया। औसतन 2084 तक यह इजाफा हो सकता है ।