Edited By Tanuja,Updated: 18 Jun, 2018 01:24 PM
कोलंबिया में एक अभियान के बाद 18 जून को कंजर्वेटिव पार्टी के इवान ड्यूक ने राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है। उनका यह अभियान फार्स विद्रोहियों के साथ 2016 के ऐतिहासिक शांति समझौते पर जनमत संग्रह में तब्दील हो गया था ...
बोगाटा: कोलंबिया में एक अभियान के बाद 18 जून को कंजर्वेटिव पार्टी के इवान ड्यूक ने राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है। उनका यह अभियान फार्स विद्रोहियों के साथ 2016 के ऐतिहासिक शांति समझौते पर जनमत संग्रह में तब्दील हो गया था जिस समझौते को उन्होंने सुधारने का वादा किया था। चुनावी प्राधिकार के आंकड़ों में बताया गया है कि यहां कुल 97 प्रतिशत मतदान हुआ जिसमें से 41 वर्षीय ड्यूक को 54 फीसदी वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी गुस्तावो पेट्रो को 41.7 प्रतिशत मत हासिल हुए।
अगस्त में अपना कार्यकाल समाप्त करने जा रहे राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस ने वोट डालने के बाद कहा है, ‘‘यह सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है।’’सैंटोस ने रिवॉल्यूशनरी आर्म्ड फोर्स ऑफ कोलंबिया (फार्स) के साथ लड़ाई समाप्त करने के लिए प्रयास किया था, जिसके कारण उन्हें शांति का नोबेल पुरस्कार मिला। हालांकि चार करोड़ 90 लाख आबादी के देश में अत्यंत अलोकप्रियता के साथ उन्हें कार्यालय छोड़ना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘शांति, के एक देश का निर्माण और लोकतंत्र के एक देश का काम जारी रहे। एक देश जो हम सभी लोगों का प्रिय है और उसके लिए हम सभी योगदान करते हैं।’’ दुनिया में सबसे अधिक कोकीन उत्पादन करने वाले लैटिन अमरीका देश में एक समय फार्स के प्रभाव वाले इलाकों में फायदेमंद नार्को-तस्करी मार्गों पर नियंत्रण की होड़ को लेकर सशस्त्र समूहों से संघर्ष लगातार जारी है।
ड्यूक की जीत का मतलब है कि अगस्त में शपथ ग्रहण के बाद वह 1872 के बाद से कोलंबिया के सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति होंगे। वह पिछले महीने आसानी से पहला चरण जीत गए थे। उन्होंने सैंटोस द्वारा हस्ताक्षरित समझौते को बदलने का वादा किया था।