Edited By PTI News Agency,Updated: 04 Apr, 2020 12:13 PM
पाकिस्तान में कोरोना वायरस फैलने के खतरे के मद्देनजर सार्वजनिक तौर पर भारी मात्रा में एकत्रित होने की मनाही के बावजूद शुक्रवार को देशभर में कई मस्जिदें खुली रहीं और लोगों ने नमाज पढ़ी। पाकिस्तान में अब तक कोविड-19 से 37 लोगों की मौत हो चुकी है और...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में कोरोना वायरस फैलने के खतरे के मद्देनजर सार्वजनिक तौर पर भारी मात्रा में एकत्रित होने की मनाही के बावजूद शुक्रवार को देशभर में कई मस्जिदें खुली रहीं और लोगों ने नमाज पढ़ी। पाकिस्तान में अब तक कोविड-19 से 37 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 2,500 अन्य संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।
सिंध प्रांत की सरकार ने लोगों को मस्जिद जाने से रोकने के लिए मध्याह्न से अपराह्न तीन बजे तक कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगा दी थीं जबकि पंजाब प्रांत की सरकार ने लोगों को घरों में ही नमाज पढ़ने का फतवा जारी किया था। इसी प्रकार के आदेश अन्य प्रांतों की सरकारों और संघीय सरकार ने भी दिए थे।
खबरों के अनुसार मस्जिदों ने लोगों से घरों में ही नमाज पढ़ने का आग्रह किया था लेकिन कुछ लोग इसकी परवाह न करते हुए मस्जिद गए। कुछ मौलवियों ने भी लोगों को मस्जिदों में नमाज पढ़ने के लिए उकसाया। जामिया मस्जिद कुबा के मौलवी ने एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया सरकार और पुलिस लोगों में डर पैदा करने के लिए ऐसी बातें कर रही है। कुछ नहीं होगा। कराची दो करोड़ लोगों का शहर है। सरकार हर गली नुक्कड़ पर अपने आदेश का पालन नहीं करा सकती।