Edited By Anil dev,Updated: 15 Oct, 2020 06:10 PM
विश्व के कई देशों में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामले फिर तेजी बढ़ रहे हैं और दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 38,441,934 पहुंच गया है जबकि 10,91,945 लोगों की इससे मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस फैलने के साथ ही इस बात की संभावना जताई जाने लगी थी कि...
लॉस एंजिलिस: विश्व के कई देशों में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामले फिर तेजी बढ़ रहे हैं और दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 38,441,934 पहुंच गया है जबकि 10,91,945 लोगों की इससे मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस फैलने के साथ ही इस बात की संभावना जताई जाने लगी थी कि गर्मियां आने के साथ वायरस खत्म हो जाएगा लेकिन ऐसा होता अभी दिखाई नहीं दे रहा है।
पत्रिका नैनो लैटर्स में प्रकाशित एक अध्ययन में यह बताया गया है। अध्ययन के अनुसार कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए इस समय सामाजिक दूरी के जिन दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है, वे अपर्याप्त हैं। अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया (यूसी) सांता बारबरा की अनुसंधानकर्ता एवं अध्ययन की सह-लेखिका यानयिंग झु ने कहा, सीडीसी ने छह फुट की सामाजिक दूरी बनाए रखने की सिफारिश की है, लेकिन हमने पाया कि अधिकतर स्थितियों में सांस से निकली बूंदे छह फुट से अधिक दूरी तक जाती हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि घरों के भीतर ठंडे तापमान में वायरस अधिक समय तक संक्रामक रहता है।
उन्होंने कहा कि वायरस विभिन्न वातावरण में कई मिनटों से लेकर एक दिन से अधिक समय तक संक्रामक रह सकता है। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि दूसरी ओर, गर्म या शुष्क स्थानों पर सांस के जरिए निकली छोटी बूंदें जल्द वाष्पीकृत हो जाती हैं जबकि जाड़ों में ऐसा नहीं होता। झाओ ने कहा कि गर्मियों में सांस से निकलने वाली बूंदों के बजाए एयरोसोल के जरिए संक्रमण अधिक फैलता है, जबकि सर्दियों में सांस से निकली बूंदे अधिक खतरनाक होती हैं। उन्होंने कहा, इसका अर्थ यह हुआ कि स्थानीय वातावरण के हिसाब से लोगों को, बीमारी को फैलने से रोकने के लिए अलग-अलग अनुकूल कदम उठाने की आवश्यकता है। वैज्ञानिकों ने सर्दियों में अधिक सामाजिक दूरी बनाए रखने और गर्मियों में अच्छे मास्क पहनने एवं एयर फिल्टर के इस्तेमाल की सिफारिश की है।