दुनिया में कोरोना की 120 वैक्सीन पर चल रहा काम, ब्रिटेन में ह्यूमन ट्रायल शुरू

Edited By Tanuja,Updated: 25 Jun, 2020 05:21 PM

coronavirus human trial of new vaccine begins in uk

दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 1 करोड़ के पास पहुंच गई है। इस महामारी को मात देने के लिए विश्व भर में करीब 120 ...

 

इंटरनशनल डेस्कः दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 1 करोड़ के पास पहुंच गई है। इस महामारी को मात देने के लिए विश्व भर में करीब 120 वैक्सीन पर काम चल रहा है। लेकिन 4 वैक्सीन ऐसी हैं जो लगभग आखिरी चरण में हैं। इनमें एक अमेरिका, दो ब्रिटेन और एक चीन में तैयार हो रही है। वैक्सीन बनाने की दौड़ में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और ऑस्ट्रेजेनेका कंपनी सबसे आगे हैं। इनकी वैक्सीन एजेडडी 1222 से दुनिया को काफी उम्मीदें हैं इसलिए यूरोप के कई देश इस पर मिलकर काम कर रहे हैं। अब तक दो चरणों में यह सफल साबित हुई है और अब 800 लोगों पर इसका ट्रायल हो रहा है।

 

300 लोगों पर होगा टेस्ट
इंपीरियल कॉलेज लंदन के वैज्ञानिक भी एक वैक्सीन पर काम कर रहे हैं। इंपीरियल कॉलेज की ओर से विकसित किए गए वैक्सीन को आने वाले सप्ताहों में करीब 300 लोगों को लगाया जाएगा। मंगलवार को वैक्सीन का मानव परीक्षण शुरू हुआ और छोटी खुराक एक इंसान को दी गई। कॉलेज की ओर से जारी बयान में कहा गया कि वैक्सीन लेने वाला व्यक्ति बिल्कुल स्वस्थ है। इससे पहले जानवरों पर हुए परीक्षण में यह वैक्सीन सुरक्षित पाया गया है और प्रभावी इम्यून विकसित करने में सफल रहा है। इसके अलावा ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी भी ह्यूमन ट्रायल शुरू कर चुका है। दुनिया में करीब 120 वैक्सीन प्रोग्राम पर काम चल रहा है।

 

वैक्सीन बनने से पहले ही अरबों खुराक की डील
वैक्सीन अभी बनी नहीं लेकिन दुनिया भर से पांच अरब से ज्यादा खुराक का समझौता हो चुका है। अस्ट्राजेनेका तो लाखों डोज अभी से तैयार कर रही है ताकि वैक्सीन अनुमति मिलते ही वह उसे बाजार में उतार सके। अमेरिकी कंपनी ने किया 90 फीसदी सफलता का दावा अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना वैक्सीन बनाने के आखिरी चरण में पहुंच चुकी है। कंपनी के सीईओ स्टीफन बैंसेल ने कहा जुलाई में वैक्सीन का अंतिम ह्यूमन ट्रायल होगा। उन्हें 80-90 फीसदी तक इसमें सफलता मिलने की उम्मीद है। बैंसेल ने कहा कि हमें भरोसा है कि अमेरिकी ड्रग नियामक संस्था उन्हें जल्द वैक्सीन को बाजार में लाने की अनुमति दे देगी। एक न्यूज चैनल से बातचीत में उन्होंने दावा किया कि उनके पास सही जीनोम अनुक्रम है जो वायरस के एंटीबॉडी को तोड़ने में सफल हो सकता है।

 

चीन की वैक्सीन को अंतिम ट्रायल की मंजूरी
चीन नेशनल बायोटेक ग्रुप की ओर से तैयार वैक्सीन को अंतिम ट्रायल की मंजूरी मिल गई है। चीन में कोरोना के गंभीर लक्षणों वाले मरीज अब बचे नहीं हैं इसलिए कंपनी वैक्सीन का ट्रायल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में करने जा रही है। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि सितंबर या अक्तूबर अंतिम परीक्षण के बाद उनकी वैक्सीन को अनुमति मिल जाएगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंपीरियल कॉलेज में शुरू हुए ट्रायल में 39 वर्षीय कैथी पहले कुछ वॉलंटियर्स में से हैं। उन्होंने कहा कि वह कोरोना के खिलाफ जंग का हिस्सा बनना चाहती हैं और इसके लिए आगे आई हैं। कैथी ने कहा, ''जब तक वैक्सीन नहीं बन जाता है, चीजें पहले की तरह सामान्य नहीं हो सकती हैं। इसलिए मैं इसका हिस्सा बनना चाहती हूं।'' इस फेज के बाद अक्टूबर में दूसरा ट्रायल शुरू होगा, जिसमें 6 हजार लोगों को शामिल किया जाएगा। इंपीरियल टीम को उम्मीद है कि ब्रिटेन और दुनियाभर में 2021 की शुरुआत में वैक्सीन उपलब्ध कराया जा सकता है। इस बीच प्रिंस विलियम ने ऑक्सफोर्ट यूनिवर्सिटी के ट्रायल में शामिल हो रहे वॉलेंटियर्स से चर्चिल हॉस्पिटल में मुलाकात की है।

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