Edited By Tanuja,Updated: 08 Feb, 2021 04:06 PM
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में चीन के महत्वकांशी प्रोजेक्ट चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के खिलाफ बगावती सुर तेज होने लगे हैं। प्रांतीय मंत्री असद बलूच ने ...
पेशावरः पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में चीन के महत्वकांशी प्रोजेक्ट चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के खिलाफ बगावती सुर तेज होने लगे हैं। प्रांतीय मंत्री असद बलूच ने आरोप लगाया कि इस योजना से स्थानीय लोगों को कोई फायदा नहीं मिल रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार लोगों की दिक्कतों को दूर करने के प्रति गंभीर नहीं है। उधर, बलूचिस्तान प्रांत में शुक्रवार को हुए दो-दो अलग विस्फोटों में दो लोगों की जहां मौत हो गई वहीं चार अन्य लोग घायल हो गए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक समाज कल्याण और विशेष शिक्षा मंत्री बलूच ने कहा कि प्रांतीय असेंबली ने कई मुद्दों पर प्रस्ताव पारित किए, लेकिन संघीय सरकार ने इन्हें हल करने के लिए कुछ नहीं किया। पूर्व में इस्लामाबाद द्वारा शुरू की गई कई विकास परियोजनाओं के बावजूद बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे गरीब प्रांत बना हुआ है।दक्षिणी ग्वादर बंदरगाह को अरब सागर में चीन के पश्चिमी शिनजियांग प्रांत से जोड़ा जाना है।
बीजिंग CPEC के जरिए मध्य और दक्षिण एशिया में अपने प्रभाव का विस्तार करना चाहता है। CPEC के तहत बलूचिस्तान स्थित दक्षिणी ग्वादर बंदरगाह को अरब सागर में चीन के पश्चिमी शिनजियांग प्रांत से जोड़ा जाना है। CPEC से बलूचिस्तान के लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है जबकि अन्य प्रांतों के लोगों को इसका फायदा मिल रहा है।CPEC के प्रथम चरण में बलूचिस्तान को शामिल नहीं किए जाने से भी काफी नुकसान हुआ है।