Edited By ,Updated: 13 May, 2017 02:07 PM
इंग्लैंड में अस्पताल बड़े पैमाने पर साइबर हमले से प्रभावित हुए हैं। प्रभावित अस्पतालों में ईस्ट एंड नॉर्थ हर्टफ़ोर्डशायर एनएचएस ट्रस्ट, लंदन में ...
लंदन (मैड्रिड): अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी द्वारा विकसित हैंकिंग टूल का इस्तेमाल वैश्विक साइबर हमले के लिए करते हुए करीब 99 देशों के लाखों कम्प्यूटरों की जानकारियां हैक कर ली गईं हैं। शुक्रवार की रात हुए इस हमले से सबसे गंभीर रूप से रूस प्रभावित हुआ जबकि लंदन की स्वास्थ्य सेवाओं पर भी असर पड़ा है। हैकरों ने अमेरिकी कूरियर सर्विस फेडेक्स के सिस्टम को भी बाधित कर दिया।
स्पेम ईमेल के जरिए फैल रहा है ये वायरस
साइबर आतंकवादियों ने दुर्भावनापूर्ण तरीके से स्पैम ईमेल में मालवेयर कम्प्यूटर वायरस रैंसमवेयर का इस्तेमाल करके कम्प्यूटरों की जानकारियां हैक कर ली। यह वायरस स्पेम ईमेल के जरिए चालानों, नौकरी के आवेदनों, सुरक्षा चेतावनियों और अन्य वैध फाइलों के रूप में पहुंच रहा है। हैकरों ने कंप्यूटर पर डेटा में छेड़छाड़ कर पीड़ितों से इसके एवज में 300 डॉलर से 600 डॉलर का भुगतान करने की मांग की थी।
99 देशों में 57,000 हैकिंग के मामले
सुरक्षा शोधकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने देखा कि कुछ पीड़तिों ने डिजिटल मुद्रा भुगतान के माध्यम से भुगतान किया है। सुरक्षा सॉफ्टवेयर निर्माता अवास्त के शोधकत्र्ता ने कहा कि उन्होंने 99 देशों में 57,000 हैक करने के मामले देखे हैं। इनमें रूस, यूक्रेन और ताइवान सबसे गंभीर रूप से प्रभावित है। एशियाई देशों ने शनिवार को किसी बड़ी हैकिंग की सूचना नहीं दी लेकिन इस क्षेत्र के अधिकारियों को जांच में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। हालांकि हैकिंग से हुए नुकसान की पूरी जानकारी अभी ज्ञात नहीं हो सकी है।
स्कूल और यूनिवर्सिटीज भी हैकिंग का शिकार
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने कहा कि कुछ माध्यमिक स्कूल और यूनिवर्सिटीज हैकिंग के शिकार हुए हैं। हालांकि उसने उन संस्थानों या उनकी संख्या के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी है। अंतरराष्ट्रीय कूरियर कंपनी फेडेक्स ने कहा कि इसके कुछ विंडोज कंप्यूटर भी प्रभावित हुए हैं। कंपनी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, ‘‘हम जल्द से जल्द इसे ठीक करने का प्रयास कर रहे हैं।’’