Edited By ,Updated: 17 Apr, 2016 01:45 PM
देश में आए दो बड़े भूकंपों के बाद अब भी फंसे लोगों तक पहुंच बनाने के क्रम में जापानी बचावकर्मी और अधिक भूस्खलनों की आशंकाओं...
माशिकी(जापान): देश में आए दो बड़े भूकंपों के बाद अब भी फंसे लोगों तक पहुंच बनाने के क्रम में जापानी बचावकर्मी और अधिक भूस्खलनों की आशंकाओं से जूझ रहे हैं । इसी दौरान अमरीकी सेना बचावकार्यों में जापानी बचावकर्मियों की मदद के लिए तैयार है । इस दोहरी आपदा में कम से कम 41 लोग मारे जा चुके हैं और लगभग आठ लोग अब भी लापता हैं । एेसी आशंका है कि लापता लोग ढह चुके मकानों या खिसकी हुई मिट्टी के ढेरों के नीचे दबे हो सकते हैं ।
कुमामोतो के आसपास के इलाके में रातभर बारिश होती रही । अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि इस क्षेत्र में भूकंप के बाद ढीली पड़ी पहाड़ियों के खिसकने का खतरा है क्योंकि भूकंप के बाद वाले झटके जारी हैं । गुरूवार को आए शुरूआती भूकंप और उसके बाद कल आए उससे भी अधिक शक्तिशाली भूकंप सेे बचने वाले लोगों के लिए मौसम एक अलग मुसीबत लेकर आया है । हजारों लोगों ने अस्थाई निवास पर रात गुजारी । बुरी तरह प्रभावित हुए माशिकी शहर में लकड़ी से बने कुछ पारंपरिक मकान अक्षुण्ण रहे और इनके निवासियों ने इस तबाही के बीच जीने की मुश्किलों को बयां किया ।
सेइया ताकामोरी (52) ने नीले रंग की प्लास्टिक की चादर से बने एक शरणस्थल की आेर इशारा करते हुए कहा, ‘‘मैं कार में सोता हूं और दिन के समय इस तंबू में रहता हूं ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सब जानते थे कि इस क्षेत्र में माशिकी शहर के नीचे एक सक्रिय भूगर्भीय हलचल चल रही थी लेकिन किसी ने इसकी परवाह नहीं की । हम हमेशा एक दूसरे से कहते थे कि एक और बड़ा भूकंप इसी स्थान पर आएगा लेकिन इस बात को गंभीरता से लेते नहीं थे ।’’