Edited By Tanuja,Updated: 03 Jun, 2018 06:03 PM
यमन बंदरगाह के लिए हो रहे संघर्ष में एक सप्ताह से भी कम समय में 100 से ज्यादा सैनिक और उग्रवादियों की मौत हो गई है।चिकित्सा और सैन्य स्रोत ने रविवार (3 जून) को यह जानकारी दी...
खोखा (यमन): यमन बंदरगाह के लिए हो रहे संघर्ष में एक सप्ताह से भी कम समय में 100 से ज्यादा सैनिक और उग्रवादियों की मौत हो गई है।चिकित्सा और सैन्य स्रोत ने रविवार (3 जून) को यह जानकारी दी। यमन के सुरक्षा बल होदिदा के लाल सागर बंदरगाह को बंद करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस देश में 2.2 करोड़ लोगों को खाद्य पदार्थ की सख्त जरूरत है।
दक्षिणी अडेन प्रशासन के चिकित्सक ने बताया कि उन्हें 20 सैनिक समेत 52 लोगों के शव 1 व 2 जून के बीच में मिले हैं, जिससे 30 मई से अब तक संघर्ष में मरनेवालों की संख्या कम से कम 110 हो गई है। सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने पिछले सप्ताह होदिदा सिटी पर कब्जा करने के लिए अभियान की घोषणा की थी। वह यहां विद्रोहियों के कब्जे वाले बंदरगाह पर कब्जा करना चाहते हैं।
इससे पहले अधिकारियों ने 2 जून को बताया था कि यमन में सरकार समर्थक बलों और शिया विद्रोहियों के बीच भीषण लड़ाई में कम से कम 28 लोग मारे गए।पिछले कुछ हफ्तों में सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेनाओं का समर्थन प्राप्त सरकारी बल हूती विद्रोहियों के साथ लड़ते हुए पश्चिमी तट के आसपास के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। गठबंधन की तरफ से पैदल सेना को हवाई हमले की मदद मिलती है।
अधिकारियों ने बताया कि विद्रोहियों ने अल-फजा शहर पर हमला कर सरकार समर्थक 18 सैनिकों की हत्या कर दी और 30 अन्य को घायल कर दिया।1 जून के हमले में 10 विद्रोही भी मारे गए थे।यह सैन्य गठबंधन मार्च 2015 से जारी एक युद्ध में ईरान से सहयोग प्राप्त विद्रोहियों से लड़ रहा है। इस में अबतक 10,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। राजधानी सना समेत उत्तरी यमन के अधिकतर हिस्सों पर हूती विद्रोहियों का नियंत्रण है।