Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Mar, 2018 01:03 PM
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण अगले महीने चीन का दौरा करने वाली हैं। हालांकि उनके इस कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है, पर रक्षा मंत्री ने इसके संकेत दिए हैं कि उनका दौरा अगले महीने या अप्रैल में हो सकता है। रक्षा मंत्री का चीन दौरा दोनों...
इंटरनैशनल डेस्कः रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण अगले महीने चीन का दौरा करने वाली हैं। हालांकि उनके इस कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है, पर रक्षा मंत्री ने इसके संकेत दिए हैं कि उनका दौरा अगले महीने या अप्रैल में हो सकता है। रक्षा मंत्री का चीन दौरा दोनों देशों के बीच बीते साल डोकलाम विवाद के बाद होने जा रहा है, जो दो महीने से भी अधिक चला था। पिछले दिनों चीन ने नई दिल्ली और बीजिंग के बीच सहयोग की वकालत की थी और कहा था कि दोनों देश अगर मिल जाएं तो वे एक और एक दो होने की बजाय, ग्यारह हो सकते हैं। इस पर भारत ने भी ऐसी ही प्रतिक्रिया दी थी और कहा कि वह परस्पर सम्मान और एक-दूसरे के हितों, चिंताओं और आकांक्षाओं की संवेदनशीलता के आधार पर मतभेदों से निपटाते हुए आपसी संबंध विकसित करने का इच्छुक है।
रक्षा मंत्री सीतारमण के संभावित चीन दौरे को इसी कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि उनके दौरे को लेकर ठीक-ठीक जानकारी अभी सामने नहीं आई है, पर रक्षा मंत्री ने खुद संकेत दिए हैं कि उनका चीन दौरा अगले महीने हो सकता है। उन्होंने सोमवार को यहां आयोजित एक समारोह से इतर चीन दौरे को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, 'हां, यह संभवत: अप्रैल के अंत में होगा।' सीतारमण के इस बयान से पहले रक्षा मंत्रालय ने बीते सप्ताह इससे इनकार किया था कि रक्षा मंत्री चीन की यात्रा पर जा रही हैं।
भारत और चीन के बीच डोकलाम गतिरोध के बाद उपजे तनाव के मद्देनजर यह एक अहम यात्रा होगी। भारत ने भूटान के दावे वाले क्षेत्र में चीनी सेना द्वारा सड़क निर्माण का विरोध किया था। जून में शुरू हुए इस टकराव के खत्म होने की घोषणा अगस्त में की गई थी। इस दौरान दोनों देशों की सेना 73 दिनों तक आमने-सामने रही थी। पिछले साल अगस्त में ब्रिक्स सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा से पहले विवाद दूर होने की घोषणा की गई। मोदी ने सम्मेलन से इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर दोनों देशों के संबंधों में सुधार लाने की पहल की थी। इसके बाद दोनों देशों ने आपसी संबंध सुधारने की कोशिश की है।