Edited By Pardeep,Updated: 06 Jul, 2018 10:03 PM
ईरान के साथ वर्ष 2015 में हुए परमाणु समझौते से अमरीका के बाहर होने और उसके द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बावजूद विश्व के शेष शक्तिशाली देशों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में तेहरान को कायम रखने का शुक्रवार को संकल्प लिया। रूस और चीन के साथ तीन यूरोपीय...
वियना: ईरान के साथ वर्ष 2015 में हुए परमाणु समझौते से अमरीका के बाहर होने और उसके द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बावजूद विश्व के शेष शक्तिशाली देशों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में तेहरान को कायम रखने का शुक्रवार को संकल्प लिया। रूस और चीन के साथ तीन यूरोपीय देशों ने ईरान को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए उसे भरोसा दिलाया है कि वे अमरीकी प्रतिबंधों से उसे राहत दिलाएंगे।
गौरतलब है कि अमरीका ईरान के साथ 2015 में हुए परमाणु समझौते से दो महीने पहले बाहर हो गया था। रूस और चीन सहित तीन यूरोपीय देशों ने कहा कि वे 2015 के समझौते का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिनमें ईरान के तेल एवं गैस तथा अन्य ऊर्जा उत्पाद को जारी रखना है।
वियना में इन देशों के विदेश मंत्री 11 सूत्री संयुक्त लक्ष्य पर राजी हुए। वियना में ही तीन साल पहले इस समझौते पर हस्ताक्षर किया गया था। संयुक्त बयान में ईरान के मोहम्मद जावेद जरीफ और अन्य राजनयिकों ने इस समझौते के प्रति अपनी प्रतिबद्धता फिर से दोहराई। यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख फेडरिका मोगरीनी ने संयुक्त बयान पढ़ते हुए कहा कि इन कदमों का लक्ष्य परमाणु समझौते को कायम रखना है जो सभी के सुरक्षा हित में है।