Edited By Tanuja,Updated: 21 May, 2018 05:19 PM
कुछ लोगों का मानना है कि पैसे से हर चीज व सुख हासिल किया जा सकता है लेकिन ये बात कई बार झूठी साबित हो चुकी है। ताजा मामला है लेबनान का जहां एक विकलांग भिखारिन 9 करोड़ रुपए पास होने के बावजूद भूख और अभाव में मर गई...
वॉशिंगटनः कुछ लोगों का मानना है कि पैसे से हर चीज व सुख हासिल किया जा सकता है लेकिन ये बात कई बार झूठी साबित हो चुकी है। ताजा मामला है लेबनान का जहां एक विकलांग भिखारिन 9 करोड़ रुपए पास होने के बावजूद भूख और अभाव में मर गई। चौंक गए न कि एक भिखारिन और करोड़पति लेकिन ये सच है। अभाव में मरने वाली इस भिखारिन फातिमा (52) के बैंक में एक मिलियन पाउंड (नौ करोड़ रुपए) से अधिक राशि जमा थी। उसे दान देने वाले लोगों को जब इस बात का पता चला, तो उनके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा। इतना ही नहीं, उसके घर से मिले 2 बैग में 2,457 पाउंड ( 2 लाख 24 हजार 175 रुपए) भी मिले।
पुलिस ने बताया कि लेबनान की राजधानी बेरुत में फातिमा ओथमन की मौत के बाद जब उन्होंने जांच की, तो यह खुलासा हुआ। पुलिस प्रवक्ता जोसेफ ने बताया कि इतना कैश देखकर वे हैरान थे। उन्होंने कहा कि फातिमा की मौत में कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया है। उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। हालांकि, उसके घर से मिला कैश और बैंक खाते में जमा रकम जरूर चौंकाने वाली थी। महिला को जानने वाले स्थानीय लोगों में से अधिकांश उसे रुपए और खाना दिया करते थे। जब उन लोगों को भी महिला के पास से मिले कैश के बारे में पता चला, तो वे भी चौंक गए।
एक दयालु लेबनानी सैनिक ने उसे जब हाथ और पैरों का इस्तेमाल करने में असमर्थ पाया, तो उसे पानी और खाना दिया था। इसकी फोटो ऑनलाइन पोस्ट होने के बाद फातिमा एक सेलिब्रिटी बन गई थी। सैनिक की इस "करुणा और मानवता" के लिए उसके कमांडर से उसकी तारीफ भी की थी। फातिमी की मौत के बाद पुलिस ने उत्तरी लेबनान के ऐन अल-जहाब शहर में उसके परिवार को ट्रैक किया। इसके बाद परिजनों ने महिला के शव को दफना दिया। महिला के परिवार को भी यह एहसास नहीं था कि वह इतनी समृद्ध थी। स्थानीय लोगों ने कहा कि लेबनानी गृह युद्ध के दौरान फातिमा ने अपने हाथ और पैर खो दिए थे।