Edited By Pardeep,Updated: 14 Nov, 2020 01:40 AM
चीन भले ही अपना प्रभुत्व स्थापित करने के इरादे से दूसरे देशों को डराता-धमकाता हो या उन्हें आंखें दिखाता हो, उसकी धमकियां खाली ही जाती हैं। इसकी बानगी ताइवान में देखने को मिली जब भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर दिवाली का त्योहार मनाया गया और ताइवान
ताइपेः चीन भले ही अपना प्रभुत्व स्थापित करने के इरादे से दूसरे देशों को डराता-धमकाता हो या उन्हें आंखें दिखाता हो, उसकी धमकियां खाली ही जाती हैं। इसकी बानगी ताइवान में देखने को मिली जब भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर दिवाली का त्योहार मनाया गया और ताइवान के साथ दोस्ती का संदेश दिया गया जिस पर ड्रैगन पहले भी बौखला चुका है।
ताइवान की सरकार ने आधिकारिक तौर पर दिवाली के जश्न का आयोजन किया। ताइपे के एक गेस्ट हाउस को स्टेट गेस्ट हाउस की तरह इस्तेमाल किया गया जहां सरकारी मेहमानों ने भी हिस्सा लिया। इस मौके पर ताइवान के विदेश मंत्री जोसफ वू और भारत-ताइपे असोसिएशन (भारतीय राजदूत) के डायरेक्टर जनरल गौरांगलाल दास जश्न में मौजूद रहे।
इससे पहले चीन भारत और ताइवान की बढ़ती नजदीकियों पर नजरें तरेर चुका है। भारत में जब ताइवान को समर्थन मिला है, चीन ने तीखे तेवर अपनाए हैं। यहां तक कि भारत के न्यूज चैनल पर ताइवान के विदेश मंत्री ने इंटरव्यू में चीन पर हमला किया तो चीन ने आधिकारिक तौर पर इसकी शिकायत भारत से करने की बात कही और सिक्कम को अलग करने की धमकी दे डाली।