Edited By Seema Sharma,Updated: 08 Jan, 2021 11:25 AM
दुनियाभर में कई कोरोना वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है। इसी बीच 3 जनवरी को एक डॉक्टर की कोरोना वैक्सीन लेने के बाद मौत हो गई। अमेरिका के साउथ फ्लॉरिडा में एक 56 वर्षीय डॉक्टर की पत्नी का आरोप है कि उसके पति की मौत फाइजर की कोरोना...
इंटरनेशनल डेस्क: दुनियाभर में कई कोरोना वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है। इसी बीच 3 जनवरी को एक डॉक्टर की कोरोना वैक्सीन लेने के बाद मौत हो गई। अमेरिका के साउथ फ्लॉरिडा में एक 56 वर्षीय डॉक्टर की पत्नी का आरोप है कि उसके पति की मौत फाइजर की कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक की वजह से हुई है। स्वास्थ्य अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं। करीब 10 साल से डॉक्टर माइकल माउंट सिनाई मेडिकल सेंटर में काम कर रहे थे। डॉक्टर माइकल की पत्नी हेदी नेकलमेन ने बताया कि उनके पति को 18 दिसंबर को कोरोना की फाइजर वैक्सीन की पहली खुराक दी गई थी। वैक्सीन लेने के 16 दिन बाद डॉक्टर की मौत हो गई।
सेंटर फॉर डिजीजी कंट्रोल प्रिवेंशन डॉक्टर माइकल की मौत के कारणों की जांच कर रहा है। हेदी नेकलमेन का कहना है कि टीका लेने के कुछ दिनों बाद ही डॉक्टर माइकल में अजीब लक्षण दिखने लगे थे। उनके हाथ और पैरों में छोटे-छोटे धब्बे भी हो गए थे। इसके बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया जहां वह एक दुर्लभ बीमारी का शिकार हो गए। नेकलमेन ने एक फेसबुक पोस्ट में बताया कि आखिरी सर्जरी से दो दिन पहले ही डॉक्टर माइकल को प्लेटलेट्स की कमी की वजह से स्ट्रोक हुआ था। डॉक्टर की मौत पर फाइजर का कहना है कि हमें नहीं लगता वैक्सीन का इससे कोई लेना-देना है।