Edited By Tanuja,Updated: 14 Apr, 2021 01:18 PM
: चीन को ताइवान की अमेरिका के साथ नजदीकियां रास नहीं आ रही हैं। चीन के सबसे ज्यादा संवेदनशील मुद्दे ताइवान को लेकर ड्रैगन ने किसी ...
बीजिंग: चीन को ताइवान की अमेरिका के साथ नजदीकियां रास नहीं आ रही हैं। चीन के सबसे ज्यादा संवेदनशील मुद्दे ताइवान को लेकर ड्रैगन ने किसी भी देश की दखलअंदाजी को नकार दिया । ताइवान को लेकर कुछ दिन पहले अमेरिका को धमकाने के बाद अब फिर चीन ने बाइडेन प्रशासन को चेतावनी दी है। अमेरिका के ताइवान से नजदीकी बढ़ाने और उसके अधिकारियों की आवाजाही बढ़ाने पर चीन ने धमकी दी है कि वह आग से खेलने की कोशिश न करे। दरअसल चीन हमेशा से ताइवान पर अपना दावा जताता रहा है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को चीन की निरंतर दखलंदाजी बढ़ने के कारण ताइवान से संबंध मजबूत करने के संबंध में गाइडलाइन जारी की थी।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान ने अमेरिका से अपनी कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि वह आग से खेलने की कोशिश न करे। ताइवान के मामले को वह समझदारी से हल करे, न कि ताइवान से नजदीकी बढ़ाए। अमेरिका का यह निर्णय ताइवान के स्वतंत्रता समर्थकों को गलत संकेत देगा। इससे चीन और अमेरिका के संबंध भी सामान्य नहीं रहेंगे। बता दें कि अमेरिका का वैसे तो ताइवान की लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार के साथ आधिकारिक संबंध नहीं है लेकिन उसके साथ उसका प्रगाढ़ अनौपरचारिक रिश्ता है।
इसके अलावा अमेरिका ताइवान में स्वतंत्रता समर्थकों को बढ़ावा दे रहा है और ताइवान की राष्ट्रपति त्से इंग वेन भी कह चुकी हैं कि ताइवान स्वतंत्र राष्ट्र है। बता दें कि इससे पहले भी चीन के विदेश मंत्री वांग यी अमेरिका के बाइडेन प्रशासन को चेतावनी दे चुके हैं कि वह पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ताइवान का समर्थन करने के ‘खतरनाक चलन’ को वापस लें। जनवरी में अपना कार्यकाल पूरा करके अमेरिकी राष्ट्रपति पद से हटे ट्रंप ने ताइवान के समर्थन में वहां कैबिनेट अधिकारियों को भेज कर चीन को क्षुब्ध कर दिया था।