Edited By Rahul Rana,Updated: 01 Dec, 2024 09:52 AM
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के कश्यप (कश) पटेल को संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) का नया निदेशक नियुक्त करने का फैसला लिया है। कश पटेल को ट्रंप का करीबी सहयोगी माना जाता है और उनकी नियुक्ति को लेकर लंबे समय से चर्चा चल...
इंटरनेशनल डेस्क। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के कश्यप (कश) पटेल को संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) का नया निदेशक नियुक्त करने का फैसला लिया है। कश पटेल को ट्रंप का करीबी सहयोगी माना जाता है और उनकी नियुक्ति को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही थी। कश पटेल की गिनती उन प्रमुख व्यक्तियों में की जाती है जो अमेरिकी सरकार के भीतर "डीप स्टेट" यानी गहरे राजनीतिक प्रभाव और भ्रष्टाचार को खत्म करने के मुखर समर्थक रहे हैं।
कश पटेल के बारे में ट्रंप का बयान
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कश पटेल की सराहना करते हुए लिखा, "कश एक शानदार वकील, जांचकर्ता और अमेरिका फर्स्ट योद्धा हैं जिन्होंने अपना करियर भ्रष्टाचार को उजागर करने न्याय की रक्षा करने और अमेरिकी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में बिताया है।" ट्रंप ने यह भी कहा कि कश पटेल ने उनके पहले कार्यकाल में "रूस होक्स" मामले को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
FBI की मौजूदा व्यवस्था पर कश पटेल की आलोचना
कश पटेल एफबीआई की मौजूदा व्यवस्था के कड़े आलोचक रहे हैं। उन्होंने कई बार कहा है कि एफबीआई को अपनी कार्यप्रणाली में बड़े बदलाव करने की जरूरत है। एक टीवी शो में कश पटेल ने कहा था कि, "जब मैं एफबीआई निदेशक बनूंगा तो अगले ही दिन मैं एफबीआई मुख्यालय में काम करने वाले सात हजार कर्मचारियों को फील्ड में भेज दूंगा क्योंकि उनका काम अपराधियों को पकड़ना है।"
इसके अलावा कश पटेल का कहना है कि वह एफबीआई मुख्यालय को वॉशिंगटन डीसी से बाहर ले जाएंगे ताकि यह राजनीतिक प्रभाव से दूर रहे।
कश पटेल का करियर
कश पटेल का जन्म न्यूयॉर्क के क्वींस इलाके में हुआ था और उनके माता-पिता भारतीय मूल के गुजराती थे। कश पटेल ने कानून में डिग्री हासिल की और फ्लोरिडा राज्य के सार्वजनिक अभियोजक के रूप में काम किया। इसके बाद वे न्याय विभाग में शामिल हुए जहां उन्होंने आतंकवाद से संबंधित हाई-प्रोफाइल मामलों पर काम किया।
पटेल का करियर तब मोड़ पर आया जब उन्होंने रक्षा विभाग में एक वकील के रूप में काम करना शुरू किया। इसके बाद वह अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य डेविन नून्स के संपर्क में आए और नून्स ने उन्हें आतंकवाद विरोधी मामलों में वरिष्ठ वकील के रूप में नियुक्त किया। ट्रंप प्रशासन के पहले कार्यकाल में कश पटेल रूस के चुनावी हस्तक्षेप मामले की जांच में शामिल थे। इसके अलावा उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र को तैयार करने में भी अहम भूमिका निभाई थी।
चार्ल्स कुशनर को अहम जिम्मेदारी
इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी बेटी इवांका ट्रंप के ससुर चार्ल्स कुशनर को फ्रांस में अमेरिका का नया राजदूत नियुक्त किया है। ट्रंप ने चार्ल्स को एक समाजसेवी और व्यापार नेता के रूप में सराहा। हालांकि यह ध्यान में रखा जाता है कि चार्ल्स कुशनर को 2005 में टैक्स गड़बड़ी के आरोप में दोषी पाया गया था और उन्हें दो साल की सजा भी हुई थी लेकिन 2020 में ट्रंप ने चार्ल्स की सजा माफ कर दी थी।
डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के कश पटेल को एफबीआई के निदेशक के रूप में नियुक्त कर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कश पटेल का करियर और उनकी राजनीतिक सोच दोनों ही उन्हें एक मजबूत और विवादास्पद नेता के रूप में उभारते हैं। वहीं ट्रंप की बेटी के ससुर चार्ल्स कुशनर को फ्रांस में अमेरिका का राजदूत नियुक्त करना भी उनके प्रशासन के अहम फैसलों में से एक है।