Edited By Yaspal,Updated: 16 Mar, 2020 08:00 PM
कोरोना वायरस का असर देश-दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है। सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजार Dow Jones 11 फीसदी करीब 2500 अंकों की गिरावट के साथ खुला। कोरोना वायरस के कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। अस्थाई तौर पर ट्रेडिंग रोक दी गई है।...
बिजनेस डेस्कः कोरोना वायरस का असर देश-दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है। सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजार Dow Jones 11 फीसदी करीब 2500 अंकों की गिरावट के साथ खुला। कोरोना वायरस के कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। अस्थाई तौर पर ट्रेडिंग रोक दी गई है। पिछले 1 हफ्ते में तीसरी बार डाउ में ट्रेडिंग को रोकना पड़ा है।
वहीं, शेयर बाजार में सोमवार को भारी गिरावट के कारण निवेशकों को 7.62 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी। कोरोना वायरस को लेकर जारी चिंता के बीच तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 2,713.41 अंक यानी 7.96 प्रतिशत की गिरावट के साथ 31,390.07 अंक पर बंद हुआ। यह दूसरा मौका है जब अंकों के आधार पर सेंसेक्स में इतनी बड़ी गिरावट आई है।
बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 7,62,290.23 करोड़ रुपये घटकर 1,21,63,952.59 करोड़ रुपये पहुंच गया। सेंसेक्स में शामिल सभी शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी। सर्वाधिक नुकसान इंडसइंड बैंक को हुआ जो 17.50 प्रतिशत नीचे आया।
उसके बाद क्रमश: टाटा स्टील (11.02 प्रतिशत), एचडीएफसी (10.94 प्रतिशत), एक्सिस बैंक (10.38 प्रतिशत) तथा आईसीआईसीआई बैंक (9.96 प्रतिशत) का स्थान रहा। बीएसई में 2,047 शेयरों में गिरावट रही जबकि 411 में तेजी जबकि 160 में कोई बदलाव नहीं हुआ। कुल 478 कंपनियां 52 सप्ताह के न्यूनतम स्तर तक चला गया।