Edited By rajesh kumar,Updated: 12 Jun, 2021 06:28 PM
हज यात्रा जुलाई महीने से शुरू हो रही है, लेकिन कोरोना वायरस की महामारी का असर इस यात्रा पर पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।सऊदी अरब ने शनिवार को ऐलान किया है कि महामारी के चलते इस साल 60 हजार से अधिक लोगों को हज की अनुमति नहीं होगी और वे सभी स्थानीय...
इंटरनेशनल डेस्क: हज यात्रा जुलाई महीने से शुरू हो रही है, लेकिन कोरोना वायरस की महामारी का असर इस यात्रा पर पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।सऊदी अरब ने शनिवार को ऐलान किया है कि महामारी के चलते इस साल 60 हजार से अधिक लोगों को हज की अनुमति नहीं होगी और वे सभी स्थानीय होंगे। जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है, उन्हें आने दिया जाएगा।
सरकार द्वारा संचालित सऊदी प्रेस एजेंसी पर हज एवं उमरा मंत्रालय का हवाला देते हुए एक बयान में यह घोषणा की गई है। बयान में कहा गया है कि इस साल हज जुलाई के मध्य में शुरू होगा। इसमें 18 से 65 वर्ष की आयु के लोग हिस्सा ले सकेंगे। मंत्रालय ने कहा कि हज यात्रियों के लिये टीका लगवाना अनिवार्य है।
बयान में कहा गया है, 'सऊदी अरब इस बात की पुष्टि करता है कि उसने हाजियों के स्वास्थ्य व सुरक्षा और उनके देशों की सुरक्षा के बारे में निरंतर विचार-विमर्श के बाद यह फैसला लिया है।' पिछले साल, सऊदी अरब में पहले से रह रहे लगभग एक हजार लोगों को ही हज के लिये चुना गया था। सामान्य हालात में हर साल लगभग 20 लाख मुसलमान हज करते हैं।
ऐप पर होगा पंजीकरण
वैक्सिनेशन का स्टेटस सऊदी अरब की कोविड-19 ऐप Tawakkalna पर रजिस्टर करना होगा। इसे पिछले साल इन्फेक्शन को ट्रैक करने के लिए लॉन्च किया गया था। जिन लोगों को ग्रैंड मॉस्क या मदीना में पैगंबर की मस्जिद में जाना होगा, या उमराह करना होगा, उन्हें Tawakkalna और उमराह की ऐप Eatmarna पर रजिस्टर करना होगा। जगह के हिसाब से आने की इजाजत मिलेगी।